नोएडा शहर के विकास में योगदान देनी वाली फोनरवा संस्था का हुआ बोलबाला कम , अन्य संस्थाए हुई सक्रिय

Abhishek Sharma

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Noida (20/06/19) : नोएडा शहर के विकास में कितनी संस्थाएं काम कर रही हैं। नोएडा में फोनरवा,  कोनरवा, नोफा, नेफोवा समेत कई अन्य संस्थाएं मुख्य रूप से कार्य कर रही हैं, साथ ही शहर की समस्याओं को लगातार अधिकारियों के समक्ष रखते हैं। जिनपर प्राधिकरण भी ध्यान आकर्षित कर जल्द से जल्द उस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करता है। नोएडा में कुछ ऐसे समाज सेवक हैं जो अपने कार्यों को छोड़कर शहर की भलाई के लिए लगातार कार्यरत हैं।

अगर बात करें फोनरवा की तो इस संस्था ने शहर की छोटी से छोटी समस्याओं को बड़े से बड़े अधिकारियों के सामने ले जा कर रखा और  जल्द से जल्द समाधान कराया। वहीं यह संस्था पिछले कुछ समय से एक्टिव नजर नहीं आ रही है और संस्था के अध्यक्ष  एनपी सिंह ने भी अब चुनाव न लड़ने का मन बना लिया है।



खासबात यह है की फोनरवा संस्था पिछले कुछ समय से डिजिटल मीडिया जैसे ट्विटर, फेसबुक, वेबसाइट पर भी नज़र नहीं आती है। एक समय था जब फोनरवा का नोएडा में बोलबाला था, हालांकि पिछले कुछ समय से कई अन्य संस्थाओं के आने के बाद यह बोलबाला कम हो गया है।

हालांकि, संस्था के मौजूदा अध्यक्ष एनपी सिंह ने इस बात को नकारते हुए कहा कि उनकी संस्था लगातार एक्टिव है और शहर की सभी समस्याओं पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से  जिम्मेदारी संभालते आ रहे हैं और शहर की समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखकर उनका निस्तारण करा रहे हैं। अब समय आ गया है कि यह जिम्मेदारी कोई और उठाए। वे चाहते हैं कि सभी लोगों को अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिले और अपने हिसाब से वह शहर की समस्याओं को उठाएं और उनका निस्तारण कराएं।

एनपी सिंह का कहना है कि नोएडा में फ्री होल्ड का मुद्दा उनकी संस्था ने उठाया था और इसको लेकर उन्होंने युद्ध स्तर पर कार्य किया। इस समस्या को लेकर उन्होंने न जाने कितने मंत्रियों से मुलाकात की और हाल ही में यह मुद्दा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखा और उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी और किसानों की मांगों को पूरा किया जाएगा और जमीन फ्री होल्ड कर दी जाएगी।

आपको बता दें कि फोनरवा नोएडा की सबसे पुरानी सामाजिक संस्था है जिसकी तर्ज पर कोनरवा, नोफा, नेफोवा व नोवेरा जैसी संस्थाएं बनी और उन्होंने भी शहर की भलाई के लिए कार्य करना शुरू किया। इन सभी संस्थाओं के एक्टिव होने के बाद से कहीं न कहीं फोनरवा का रुतबा काफी कम हुआ है।

नोवेरा अध्यक्ष रंजन तोमर दिल्ली हाई कोर्ट के वकील हैं, जो कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। उनका कहना है कि नोएडा के शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र का विकास होना भी जरूरी है जिसके लिए उन्होंने नोवेरा संस्था बनाई और उनकी संस्था ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही है।

नोएडा में पिछले कुछ सालों में फ्लैट बायर्स का मुद्दा सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरा है नोएडा के फ्लैट बायर्स का हक दिलाने के लिए नेफोवा संस्था का गठन किया गया और लगातार फ्लैट बायर्स के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक का उनका कहना है कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लाखों फ्लैट बायर्स हैं जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई घर लेने में लगा दी जिसके बाद भी उन्हें सपनों का घर नहीं मिल सका है और लोगों को उनका हक दिलाने की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

वही पिछले कुछ साल में नोएडा के समाज सेवक बनकर उभरे अमित गुप्ता लगातार नोएडा की समस्याओं को उठाते आ रहे हैं। उन्होंने नोएडा में फुटओवर ब्रिज , एयर मॉनिटरिंग सिस्टम का निर्माण कराने की अर्जी दी थी। जिसके बाद उनकी अर्जी पर मुहर भी लगी और शहर में एयर मॉनिटरिंग सिस्टर भी लगाया गया है और 5 फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए प्राधिकरण ने प्रस्ताव भी जारी कर दिया है।

अमित गुप्ता लगातार फोटो के माध्यम से शहर की समस्याओं को उठाते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के पोर्टल पर अब तक सबसे ज्यादा 5000 आईजीआरएस डाल चुके हैं और उनकी शिकायत पर एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करने पर विभिन्न संस्थाओं पर करीब 20 लाख का जुर्माना भी लग चुका है।

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