जीएनआईओटी के छात्रों ने सीखा मून बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड के काम की प्रक्रिया

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ग्रेनो 26 मई 2015: जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन के पीजीडीएम के छात्रों को एक बहुत ही अनुभवी दिन रहा। 34 छात्र साहिबाबाद स्थित मून बेवरेज प्राइवेटलिमिटेड कंपनी में गये। यहाँ जाने का मुख्य उद्देश्य था कम्पनी के अनेकों उत्पादों की बॉटलिंग और कैपिंग की प्रक्रिया को समझना। मैनेजमेंट के छात्रों के लिये प्रक्रिया समझना बहुत महत्वपूर्ण है। मून बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड  उत्पाद जैसे माजा, लिम्का, कोक, स्प्राईट और किन्लेय के लिए जानी जाती है।

मून बेवरेज प्राइवेट लिमिटेड के प्रोडक्शन हेड तरुण शर्मा ने छात्रों को कहा कि बॉटलिंग और कैपिंग पैकेजिंग की एक अहम प्रक्रिया होती है। प्रभंधन के हिसाब से मशीनो की क्षमता और क्वालिटी कंट्रोल समझना जरुरी होता है, छात्र अगर प्रक्रिया समझते है तो एक बहुत ही अहम यूनिट को संभालने में सफल होंगे।

यह दिन छात्रों के लिए बहुत लाभप्रद रहा| उन्होंने प्रक्रिया को समझते हुए कहा की कोल्ड्रिंक्स बोतले दिखने में जितनी आकर्षक होती है उनकी बॉटलिंग प्रक्रिया उतनी ही जटिल है। हल्के वज़न वाली बोतले पैकिंग में सस्ती पड़ती है पर इनकी कैपिंग प्रक्रिया का खास ध्यान रखना पड़ता है।

इस प्रक्रिया में मुख्यतः दो तरह की मशीने प्रयोग में आती है – इनलाइन कैपर और स्टैण्डर्ड रोटेटरी कैपर। इनलाइन कैपर में जहा से बोतले उठाई जाती है और थ्रेडिंग होती वह बहुत ही जटील है। जिसे नियंत्रण करने के लिए साइड ग्रिपर बेल्ट का प्रयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया को और भी अच्छा करने के लिए बोतल नेक सपोर्ट हार्डवेयर और पिक एंड प्लेस कैपर प्रयोग किया जाता है।

कॉलेज के अध्यक्ष डॉ संजय यादव ने कहा की छात्रों को अगर पढाई के साथ ही इंडस्ट्री की समझ हो तो वो एक अच्छा भविष्य बना सकते है।

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