डॉ महेश शर्मा ने सिंगापुर में बहुमूल्‍य कलाकृतियों वाली बौद्ध कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

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पर्यटन (स्‍वतंत्र प्रभार), संस्‍कृति (स्‍वतंत्र प्रभार) और नागर विमानन राज्‍य मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने 17 और 18 जून, 2015 की सिंगापुर की अधिकारिक यात्रा सफलतापूर्वक सम्पन्‍न की। इस यात्रा का उद्देश्‍य दोनों देशों के सांस्‍कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना था।

इस यात्रा के दौरान डॉ. शर्मा ने सिंगापुर के संस्‍कृति, समुदाय एवं युवा मंत्री श्री लॉरेंस वांग के साथ 18 जून, 2015 को एशियनसिविलाइजेशन्‍स म्‍यूजियम में एक बौद्ध कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी का शीर्षक ‘एशिया के प्राचीनतम संग्रहालय का खजाना: भारतीय संग्रहालय कोलकाता से बौद्ध कला’ है। इस प्रदर्शनी में बुद्ध के जीवन को दर्शाने वाली बहुमूल्‍य कलाकृतियों प्रदर्शित की गई हैं। यह प्रदर्शनी दो महीने तक चलेगी। यह प्रदर्शनी भारत और सिंगापुर के बीच राजनयिक रिश्‍तों के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित की जा रही है।

डॉ. महेश शर्मा ने श्री लॉरेंस वांग के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की। दोनों पक्षों ने भारत और सिंगापुर के बीच दीर्घकालिक एवं करीबी संबंधों की फिर से पुष्‍टि करते हुए राजनयिक रिश्‍तों के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित किए जा रहे समारोहों की सराहना की। दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय सांस्कृतिक सहयोग साथ ही साथ पर्यटन एवं जनता के बीच संपर्क के बारे में भी चर्चा की।

डॉ. महेश शर्मा ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री तथा गृह उप मंत्री (सेकेंड मिनिस्‍टर) और व्‍यापार एवं उद्योग उप मंत्री (सेकेंड मिनिस्‍टर) श्री एस. ईश्‍वरन से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने नागर विमानन, पर्यटन एवं संस्‍कृति सहित विभिन्‍न क्षेत्रों में भारत और सिंगापुर के निकट सहयोग के बारे में विचार-विमर्श किया।

डॉ. महेश शर्मा ने सिंगापुर में हाल ही में बने इंडियन हेरिटेज सेंटर का भी दौरा किया। इसकी गैलरी में भारत सरकार की ओर से उपहार में दी गई राष्‍ट्रीय नेताओं के चार प्रतिमाएं लगाई गई हैं। इनमें महात्‍मा गांधी, गुरूदेव रवींद्रनाथ टैगोर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा शामिल है। श्री शर्मा ने सिंगापुर के प्रमुख पर्यटन स्‍थलों में से एक सेंटोसा द्वीप का भी दौरा किया ।

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