लाॅकडाउन के बाद रिलीज होने वाली पहली फिल्म बनी ‘पीएम नरेंद्र मोदी’

ABHISHEK SHARMA

Galgotias Ad

‘आज भारतीय सिनेमा के लिए एक ऐतिहासिक दिन है, जब एक सेवारत प्रधानमंत्री – नरेंद्र मोदी के जीवन पर बनी पहली बायोपिक, लॉकडाउन के बाद सिनेमाघरों में आने वाली पहली फिल्म बन गयी है। ‘पीएम नरेंद्र मोदी ‘ को फिर से उन सिनेमाघरों में रिलीज किया जा रहा है, जिन्हें आज खोला गया है।

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक विवाद के कारण फिल्म को पहले बड़े पैमाने पर रिलीज नहीं किया जा सका था, ‘ नई दिल्ली के ली मेरिडियन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ‘पीएम नरेंद्र मोदी ‘ के निर्माता आचार्य मनीष ने कहा। आचार्य मनीष फिल्म के लेखक और क्रिएटिव डायरेक्टर संदीप सिंह के साथ प्रेस वार्ता में शामिल हुए थे।

आचार्य मनीष ने फिल्म के निर्माताओं को ऑनलाइन जारी की जा रही धमकियों के बारे में कहा, ‘हम अपनी टीम को मिल रहे खतरों से तनिक भी भयभीत नहीं हैं। ‘ गौरतलब है कि विवेक ओबेरॉय अभिनीत ‘पीएम नरेंद्र मोदी ‘ बायोपिक की टीम के एक वरिष्ठ सदस्य अमित बी वाधवानी ने हाल ही में ऑनलाइन धमकियां मिलने के बाद मुंबई की साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है। फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी ‘ जिसे फिर से रिलीज किया जा रहा है, अब देश भर में प्रदर्शित की जाएगी।

विवरण साझा करते हुए, लेखक व रचनात्मक निर्देशक, संदीप सिंह ने कहा, ‘फिल्म में भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी की गुजरात में विनम्र शुरुआत से लेकर मुख्यमंत्री बनने और 2014 के चुनाव में शानदार जीत तक की यात्रा तक को दर्शाया गया है, जो आखिरकार भारत के प्रधानमंत्री बन गये। ‘

आचार्य मनीष ने आगे कहा, ‘मैं इस अद्भुत बायोपिक का हिस्सा बनने को अपना सौभाग्य मानता हूं, जिसे ओमंग कुमार ने बड़ी खूबसूरती से निर्देशित किया है। माननीय प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा अपने आप में बहुत प्रेरणादायक है और फिल्म निश्चित रूप से देश के युवाओं के मनोबल को बढ़ाएगी, क्योंकि महामारी से उत्पन्न कठिन परिस्थितियां अभी भी बेरोकटोक जारी हैं। ‘

फिल्म के बारे में बात करते हुए, संदीप सिंह ने कहा, ‘यह मनोरंजन उद्योग के लिए एक महान क्षण है, क्योंकि लंबे समय तक लॉकडाउन के बाद सिनेमाघरों को आज फिर से खोला गया है। इस मौके का जश्न मनाने का इससे बेहतर तरीका और क्या हो सकता है कि भारत के एक शक्तिशाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरक कथा को देखा जाये। हमारी पूरी टीम इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा होने पर गर्व महसूस कर रही है। ‘

‘इसके अलावा, कुछ राजनीतिक एजेंडा के कारण, जब इसे पिछली बार रिलीज किया गया था, तो फिल्म को उस तरह से लॉन्च नहीं किया जा सका था जैसी कि हमारी योजना थी। अब हम उम्मीद कर रहे हैं कि फिल्म को सिनेमाघरों में एक नया जीवन मिलेगा और देशवासियों के लिए यह एक महान घड़ी होगी, ‘ संदीप ने कहा।

बिहार में चुनावों के समय फिल्म रिलीज किये जाने के सवाल पर आचार्य मनीष ने कहा, ‘यह आरोप कि बिहार विधानसभा चुनावों के ठीक पहले फिल्म को दोबारा रिलीज किया जा रहा है, ठीक नहीं है। हम बहुत लंबे समय से इसे फिर से रिलीज करने की तारीख का इंतजार कर रहे थे। लंबे समय तक लॉकडाउन रहने के बाद, सौभाग्य से सिनेमाघरों के दोबारा खुलने के पहले ही दिन 15 अक्टूबर को हमें इसे फिर से रिलीज करने का मौका मिला। बिहार के चुनाव महज एक संयोग है। ‘

चाय बेचने से लेकर आरएसएस की शाखा से जुडऩे तक और विवादित गोधरा कांड के दौर तक, मोदी के जीवन के सभी पहलुओं को फिल्म में अच्छी तरह से दिखाया गया है। फिल्म 2 घंटा 10 मिनट की है, जिसमें नरेंद्र मोदी के जीवन के सभी रंगों को पर्दे पर जीवंत किया गया है। फिल्म में मोदी का किरदार निभा रहे विवेक ओबेरॉय नौ अलग-अलग लुक में दिखायी दे रहे हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.