प्रज्ञान स्कूल ग्रेटर नोएडा ने मनाया 17वां स्थापना दिवस, छात्र-छात्राओं की मनमोहक प्रस्तुतियों ने बाँधा समा
Abhishek Sharma / Photo & Video By Baidyanath Halder
Greater Noida (18/11/18) : ग्रेटर नोएडा के सेक्टर गामा 1 स्थित प्रज्ञान स्कूल में आज स्कूल 17 वां एनुअल डे मनाया गया । मुख्य अतिथि के तौर पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत उपस्थित रहे । कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि और स्कूल की प्रधानाचार्य द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा शानदार स्वरागिनी तबला बजाकर की गई। स्वरागीनी ने उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। करीब 40 छात्रों ने एक सुर में तबला, ढोल, आदि को संगीत के साथ पेश किया। छात्रों की पोशाक इस दौरान मुख्य आकर्षण का केन्द्र बनी रही।
कार्यक्रम में तत्पश्चात पंचतत्व नृत्य की प्रस्तुति दी गई। छात्राओं ने ब्रह्माण्ड के पांचों तत्वों को नृत्य के माध्यम से लोगों के सामने पेश किया। इस नृत्य में करीब 60 बच्चों ने हिस्सा लिया। अलग अलग धुन पर छात्राओं ने मौजूद अभिभावकों और अतिथियों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
स्कूल की प्रिंसिपल रुचि शर्मा ने अपने व्यक्तव्य में कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि और अभिभावकों को पधारने के लिए धन्यवाद अदा किया। उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं की उपलब्धियों को लोगों के सामने रखा। उन्होंने स्कूल के 12 वीं कक्षा में स्कूल का नाम रौशन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया।
तत्पश्चात कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और मेधावी छात्र छात्राओं को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने सर्टिफिकेट पर मेडल देकर उनका उत्साहवर्धन किया।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि प्रज्ञान स्कूल के छात्र बहुत ही मेधावी है मेरा सौभाग्य है कि मुझे यहां मुख्य अतिथि के रूप में आने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि यहां के छात्र न केवल पढ़ाई में बल्कि हर क्षेत्र में स्कूल का नाम रोशन करते आए हैं। यहां पढ़ाने वाले शिक्षक छात्रों के प्रति इतने जागरूक है जो कि एक बच्चे को आगे बढ़ाने में मददगार होता है। प्रज्ञान स्कूल में एक क्लास में 25 बच्चे पढ़ते हैं जिससे कि शिक्षक पूरी तरह से छात्रों पर ध्यान दे सकते हैं।
स्कूल में पढ़ने वाले छात्र हमारे समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं जैसा की प्रज्ञान के बच्चे करते आए हैं। इस स्कूल में बच्चों को पढ़ाई के बोझ तले नहीं दबाया जाता है, छात्र अपनी रुचि के अनुसार आगे बढ़ते हैं और स्कूल पूरी तरह से उनका सहयोग करता है।