विश्व में बढ़ती जा रही है रुमेटिक मस्कुलर स्केलेटन बीमारी : डॉ . किरन सेठ
Rohit Sharma (Photo-Video) Lokesh Goswami Tennews
विश्व गठिया दिवस के अवसर पर नोएडा सेक्टर 11 स्थित मेट्रो अस्पताल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए गठिया रोग की वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ . किरन सेठ ने बताया कि विश्व में रुमेटिक मस्कुलर स्केलेटन नामक बीमारी का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है ।
साथ ही उनका कहना है की इसका मुख्य कारण हमारा खानपान , दूषित प्रयावरण , हमारे कार्य करने की शैली व उठने बैठने का तरीका है , करीब 200 प्रकार की गठिया समुदाय में पायी जाती है और जिसके बारे में अभी तक लोगो में जागरुकता नही है ।
रुमेटोइड अर्थराइटिस , एन्काइलोंजिन्ग स्पोन्डलाइटिस व एसएलई बहुत ही खतरनाक तरीके से किसी भी वर्ग के व्यक्ति के शरीर पर प्रहार कर सकती है । रुमेटोलॉजी एक ऐसी बांच है जो कि गठिया बाय के इलाज के साथ – साथ मरीजों को भविष्य में आने वाली परेशानियों जैसे कि जोड़ प्रत्यारोपण , आंखो का अन्धापन , अस्थी – विकार व दिल की धमनियों जैसी गम्भीर बिमारीयों से बचाता है ।
उन्होंने कहा की उत्तेजक या सूजी हुई गठिया के लक्षण जैसे कि हल्का बुखार आना , वजन का लगातार कम होना , सुबह उठते ही 20 से 30 मिनट तक हाथों व पंजों में अकड़न होना , मागे का सूजना व जोड़ो में टेढ़ापन आना है ।
आपको बता दे की इस रोग से बचने के लिए मेट्रो अस्पताल पिछले एक साल से मात्र 100 रुपये के शुल्क पर हर मंगलवार गठिया बाय क्लिनिक चला रहा है जिसमें बहुत से मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है ।
गठिया रोग की वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ . किरन सेठ ने बताया की ये बीमारी बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है , आज के समय में हमारी देश की जनसंख्या की 1 प्रतिशत लोगों में गठिया रोग है | साथ ही आने वाले समय में यह बीमारी बढ़ती जाएगी |