कोरोना की तीसरी लहर को लेकर GIMS के निदेशक ब्रिगेडियर डॉक्टर राकेश कुमार गुप्ता ने किया सर्तक
गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, ग्रेटर नोएडा के निदेशक डॉ राकेश कुमार गुप्ता ने टेन न्यूज़ से देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के संभावित खतरे के बारे में विशेष बातचीत करते हुए कहा कि फिलहाल कोरोना की तीसरी लहर को लेकर किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आना या न आना हमारे हाथ में है। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि कोविड कैसे फैलता है। अगर लोग एहतियात बरतेंगे, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, हैडवॉशिंग से जुड़े हुए निर्देशों का पालन करेंगे तो तीसरी लहर के आने के बहुत कम चांसेज हैं।
टेन न्यूज़ से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अभी वैक्सीनेशन का कवरेज भी बहुत अच्छा हो गया है। लगलग 77 करोड़ वैक्सीन डोज़ भारत में लग चुकी हैं, इसको देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि थर्ड वेव नहीं आएगी । लेकिन फिर भी देश के सभी लोगों को कोविड से जुड़ी हुई गाईड लाईन्स का पालन करना पड़ेगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे देश में कोरोना की दो लहर आ चुकी है, पहली लहर थोड़ी कम खतरनाक थी, लेकिन दूसरी लहर बहुत ज्यादा खतरनाक थी। दूसरी लहर के दौरान सरकार ने काफी एक्टिव तरीके से काम किया है। लेकिन फिर भी दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की काफी कमी महसूस हुई थी। इसको देखते हुए GIMS अस्पताल में चार ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कि अब वह अपने अस्पताल के साथ-साथ दूसरे अस्पतालों को भी ऑक्सीजन की सप्लाई कर सकते हैं।
डॉ. गुप्ता ने यह भी बताया कि सरकार के द्वारा किए गए सीरो सर्वे में 75 से 80 प्रतिशत लोगों में कोरोना की एंटीबॉडी पाई गई हैं, जिसका मतलब है कि तीसरी लहर के आने के और भी कम चान्सेस है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस सीरो सर्वे में शहरी इलाके का डेटा थोड़ा ज्यादा है, जिसका मतलब है कि ग्रमीण इलाकों में खास ध्यान देने कि ज़रूरत है, साथ ही सरकार द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों का पालन करके हम तीसरी लहर की संभावना को टाल सकते हैं।
डॉक्टर गुप्ता ग्रैड्ज़ इंटर्नैशनल स्कूल में प्रस्तुत कोविड-१९ की विशेष नाट्य प्रस्तुति में मुख्य अथिथि के बतौर आमंत्रित थे ।