गौतमबुद्ध नगर में कोरोना से हालात खराब, अस्पतालों में नहीं मिल रहे बेड

Ten News Network

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Greater Noida: पूरे गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना संक्रमण ने बुरा हाल कर दिया है। हालात यह है कि किसी को अस्पताल में जगह नहीं मिल रही है। लोगों को जांच करवाने के लिए दो दिनों तक का इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में शहर के सामाजिक संगठन अपने सुझाव दे रहे हैं।

 

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में फ़्लेट बॉयर्स की संस्था नेफोमा के अध्यक्ष अन्नू खान ने गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को पत्र लिखकर मांग की है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कोरोना उपचार के लिए कोई सरकारी हॉस्पिटल नहीं है। बिसरख सरकारी अस्पताल है, जिसमे सिर्फ जांच होती है। एक प्राइवेट हॉस्पिटल यथार्थ है।

 

उन्होंने मांग की है कि सोसायटी के क्लब, स्टेडियम, कम्युनिटी हॉल को अस्थाई रूप से कोरोना हॉस्पिटल में कन्वर्ट कर देना चाहिए। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों को बीमार होने पर अन्य हॉस्पिटल नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली जाना पड़ता है।

जिससे सोसाइटी निवासियों को बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगभग छोटी-बड़ी लगभग 80 सोसाइटियां हैं। जिसमें लाखों लोग निवास करते हैं। इसी वजह से यहां रहने वाले कोरोना पीड़ितों को सही ठंग से इलाज नही मिल पा रहा हैं।

पत्र में नेफोमा ने मांग की है कि सोसायटी के क्लब, स्टेडियम, कम्युनिटी हॉल को अस्थाई रूप से कोरोना हॉस्पिटल में कन्वर्ट कर देना चाहिए। जिससे कोरोना के अचानक बढ़ रहे मरीजों की संख्या से परेशानी नहीं होगी।

 

सोसाइटी निवासियों को इलाज मिल जाएगा और जल्दी ठीक हो जाएंगे। कोरोना की चैन भी टूटेगी । नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि कोरोना बीमारी से लड़ने के लिए नेफोमा के सभी वोलेंटियर्स पिछली बार की तरह इस बार भी तैयार हैं, जो सोसाइटी निवासियों और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों की मदद के लिए तत्परता से तैयार रहेंगे।

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