दो गज़ सही मेरी मिलकियत तो है ये, ऐ मौत तूने मुझको जमींदार कर दिया !” नॉएडा में राहत ने चढ़ाया कविता का इंदौरी रंग

Rohit Sharma /Lokesh Goswami

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नोएडा का इंदिरा गांधी कला केंद्र कल शाम एक अविष्मरणीय कवि सम्मेलन का गवाह बना।उत्तर प्रदेश के औद्योगिक केंद्र में जब कवि जुटे तो इश्क़ और ठहाकों का लेनदेन देर रात तक चलता रहा। जहाँ कवियों ने सियासत पर तंज कसे और मुहब्बत की रुस्वाइयाँ गायी वही राहत इन्दोरी ने भी अपने अनूठे अंदाज में मिलकियत और जंमीदारी की अलग परिभाषा दे डाली। इस दौरान देश के बड़े नामचीन कवि मंच पर उपस्थिति हैं। कवियित्री मुमताज़ नसीम, कवि इकबाल अशर, कवि वेद प्रकाश वेद, गजेंद्र प्रियांशु, एहशान कुरेशी और राहत इन्दोरी ने इस दौरान उपस्तिथि दर्ज कराई ।

नोएडा के पूर्व जिलाधिकारी एनपी सिंह भी आज विशेष तौर पर कवि सम्मेलन में हिस्सा लेने लखनऊ से नोएडा पहुंचे। इस कवि सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री और सांसद डॉ महेश शर्मा, नॉएडा विधायक पंकज सिंह, जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्द्र सिंह, एसपी सिटी अरुण सिंह, नॉएडा अथॉरिटी ओएसडी राजेश सिंह, वरिष्ठ प्रबन्धक राजीव त्यागी समेत अनेकों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कवि दिनेश रघुवंशी ने कवि सम्मेलन का मंच संचालन किया और अपने हास्य विनोद से सभी को बांधे रखा | सबसे पहले आईएएस एनपी सिंह ने अपने बेहद उत्कृष्ट शब्दों में कवी सम्मलेन व्याख्या कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि नोएडा वासी बौद्धिक आयोजनों में हमेशा ही बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते आए हैं। ऐसे आयोजन में जुटने वाली भीड़ यहां की सांस्कृतिक सोच और संवेदना का जीता जाता उदहारण हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वास्थ प्रबंधन में भी काव्य सम्मेलन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

तत्पश्चात सबसे पहले कवियत्री मुमताज ने माँ सरस्वती की आराधना कर कवि सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत की। गंगा जमुनी तेहज़ीब के साथ कवियत्री ने माँ शारदा की उपासना करते हुए कहा, “जिसपे नजरें तुम्हारी जरा सी रही, उसको जमीं ओर आसमां मिल गए ” .

तत्पश्चात बाराबंकी से आए कवि गजेंद्र प्रियांशु ने अपने हास्य पूर्ण काव्य पाठ से नोएडा के इंदिरा गांधी कला केंद्र को गुंजायमान कर दिया। उन्होंने सुनाया, “दिलों में थे अभी जिंदा मगर अब मर गए होंगे, छुपा कर मुँह गली में आज अपने घर गए होंगे, यहाँ खादी पहन कर आँख मारी तुमने संसद में,
वहाँ पुरखे तुम्हारे स्वर्ग में भी तर गए होंगे।” इसके बाद काले धन से लेकर 15 लाख के वादे पर भी कवि द्वारा पंक्तियाँ सुनाई गई।

इसके बाद विशेष आमंत्रण पर नोएडा के पूर्व जिलाधिकारी और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एन पी सिंह ने कवि नीरज से जुड़े अपने अनुभव साझा किए और साथ ही काव्यपाठ भी किया। उन्होंने अपनी स्वरचित कविता को सुनाया, ” भूख से सिकुड़ती, सिमटती अन्तरणियों को जब देखता हूँ”!

इस मार्मिक कविता ने जहाँ कई रूढ़िवादी विषयों पर सवाल उठाए वहीँ उनके बेहद उत्कृष्ट वर्णन ने सभी श्रोताओं को झकझोर के रख दिया।

इसके मंच संभाला लाफ्टर चैलेंज फेम एहशान कुरैशी ने जिन्होंने कविताएं तो नहीं सुनाई पर अपने अनोखे अंदाज और चुटकुलों से सभी का भरपूर मनोरंजन किया। पुरे कवी सम्मलेन के दौरान कवि दिनेश रघुवंशी ने मंच संचालन के जरिये अपनी वाणी और सम्बोधन से सभी को हंसने और ताली बजाने के लिए मजबूर किये रखा।

इसके बाद उपस्थित हुए वरिष्ठ शायर इक़बाल असर ने अपनी नज्मों और शायरियों से ऐसा समां बाँधा की लोग कुर्सियों से उठ – उठ वाह वाह करने में मशगूल हो गए। प्रेम और विरह की काव्य गंगा को कवियित्री मुमताज नसीम ने जारी रखा और पुरे कवी सम्मेलन को मधुर वाणी से सम्मोहित कर डाला।

उसके बाद बारी थी हिंदी और उर्दू शायरी की भारत की सबसे बड़ी सख्शियत राहत इन्दोरी की। अपने चिर परिचित अंदाज में राहत आए और छा गए। उन्होंने फरमाइशों पर शेर भी सुनाए तो कुछ ताजा तरीन नग्मे भी पेश किये। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा की उपस्थिति में उन्होंने कोहिनूर वापस लाने का सन्देश भी मोदी जी तक पहुँचाने की गुजारिश कर डाली।

दैनिक जागरण के स्थानीय ब्यूरो की टीम की लगन से आयोजित यह कवि सम्मलेन पुरे आयोजन के दौरान लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट के साथ गूंजता रहा। ब्यूरो प्रमुख ललित विजय ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दे उपस्थिति हेतु आभार जताया।

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