नई दिल्ली :– देश मे बढ़ती बेरोजगारी को लेकर युवाओं में केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। वही इस मामले में आज दिल्ली के जंतर मंतर पर तमाम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियो का कहना है कि मोदी सरकार कहती है कि हर साल करोडों जॉब उतपन्न हो रही है , लेकिन वो जॉब धरातल पर नज़र नही आ रही है। लाखों रुपए खर्च कर डिग्री प्राप्त की , लेकिन जॉब नही मिल रही है।
देश के प्रधानमंत्री मोदी प्रत्येक प्रत्येक वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, परंतु रोजगार देने के बदले सरकारी कंपनियों को बेचकर, बैंकों का विलय कर, नौकरी को कम किया जा रहा है। बेरोजगारी का आलम नौजवान झेल रहे हैं। युवा रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन को मजबूर हैं। शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है।
साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कहती है कि सरकारी विश्वविद्यालय खोले जाएंगे , लेकिन सरकारी की जगह प्राइवेट यूनिवर्सिटी खोली जा रही है , जिसके चलते युवा शिक्षा ग्रहण करने में भी सोचता है। हमारी माँग है कि मोदी सरकार बेरोजगारी को खत्म करें , युवाओं के लिए रोजगार उतपन्न कराए।
साथ ही छात्रों का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण बेरोजगारी ज्यादा बढ़ी है , जो लोग काम कर रहे है , उनको भी तनख्वाह पूरी नही मिल रही है , मोदी सरकार के सारे वादे सपने की तरह दिख रहे है।