कोविड प्रबंधन हेतु गठित उच्चस्तरीय टीम को मुख्यमंत्री योगी ने दिए कई दिशा-निर्देश

टेन न्यूज नेटवर्क

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नोएडा (17-01-22): बढ़ते संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड प्रबंधन टीम को स्पष्ट दिशा निर्देश देते हुए कहा कि एग्रेसिव ट्रेसिंग और टेस्टिंग, त्वरित ट्रीटमेंट और तेज टीकाकरण कोविड के प्रसार को रोकने का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। संतोषजनक सूचना है कि प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण में अन्य राज्यों के सापेक्ष प्रथम स्थान पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में अब तक कोविड टीके की 23 करोड़ 15 लाख 37 हजार से अधिक डोज लगाई जा चुकी है। जबकि 09 करोड़ 63 लाख से अधिक टेस्टिंग हो चुकी है। यह देश के किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टेस्टिंग-टीकाकरण है। स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों, निगरानी समितियों, स्थानीय प्रशासन और जिन्होंने तत्परता से टीकाकवर लिया, सभी का मुख्यमंत्री ने किया अभिनन्दन।

आगे कहा कि प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 93.90% लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है, जबकि 59.20% से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। विगत दिवस तक 15-17 आयु वर्ग के लगभग 39℅ किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है और 04 लाख 09 हजार पात्र लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है। यथाशीघ्र सभी पात्र लोगों का वैक्सीनेशन किया जाए। जिनकी दूसरी डोज बकाया हो, उनकी सूची तैयार कर संपर्क-संवाद बनाएं और टीकाकवर दिलाएं। किशोर टीकाकरण में धीमी गति वाले जिलों से संवाद बनाएं। स्कूल/कॉलेजों में कैम्प लगाएं।

कोरोना के तीसरे लहर के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह संक्रमण कम तीव्रता वाला है, अतः इसके लक्षण दिखने पर सामान्य मरीज होम आइसोलेशन में रहकर चिकित्सक की सलाह से अपना इलाज कर सकता है। विगत 24 घंटों में 02 लाख 16 हजार 152 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 15,622 नए कोरोना पॉजिविट पाए गए। इसी अवधि में 12,402 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। वर्तमान में कुल एक्टिव केस की 01 लाख 06 हजार 616 है। इनमें से 01 लाख 02 हजार 211 लोग घर पर ही उपचाराधीन हैं। बहुत कम संख्या में लोगों को अस्पताल की जरूरत पड़ रही है। यह संक्रमण वायरल फीवर की तरह है। अतः इससे डरने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सभी एहतियात अवश्य बरते जाएं।
आगामी 23 जनवरी को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के सुव्यवस्थित आयोजन के संबंध में पुख्ता तैयारियां कर ली जाएं। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन हो। हर केंद्र पर मास्क, सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थरमामीटर की उपलब्धता होनी चाहिए। परीक्षा केंद्र निर्धारण में संस्थान के पिछले रिकॉर्ड को जरूर देखें। दागी/संदिग्ध छवि वाले संस्थानों को केंद्र कतई न बनाएं। परीक्षा की शुचिता के दृष्टिगत अपर मुख्य सचिव गृह और एडीजी कानून-व्यवस्था, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा के साथ जिलाधिकारियों, बेसिक शिक्षा अधिकारियों व परीक्षा आयोजन से जुड़े अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर व्यवस्थाओं की पड़ताल करें।

साथ ही उन्होंने कहा कि शीतलहर और कोविड को देखते हुए असहाय, निराश्रित लोगों, अकेले रह रहे बुजुर्ग जनों, दिव्यांगजनों पर विशेष ध्यान दिया जाए। रैन बसेरों में समुचित प्रबंध रखे जाएं। पुलिस, राजस्व और नगर विकास और स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके समुचित इलाज, भोजन आदि की व्यवस्था जरूर करे। ऐसे व्यक्ति यदि संक्रमित होते हैं तो उनके साथ अतिरिक्त संवेदनशीलता का भाव रखा जाना अपेक्षित है।
बारिश, ओलावृष्टि के कारण कुछ जिलों से जन-धन की क्षति होने की सूचना मिली है। राहत विभाग पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ प्रभावित लोगों से संपर्क करें। लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए।

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