आई.टी.एस इंजीनियरिग काॅलेज में फेकलटी डेवलपमेंट प्रोग्राम का समापन।
GREATER NOIDA LOKESH GOSWAMI
आई.टी.एस इंजीनियरिग काॅलेज में शुक्रवार को फेकलटी डेवलपमेंट प्रोग्राम (थ्ण्क्ण्च्) का समापन हुआ। यह कार्यकम इलेक्टीकल विभाग द्वारा आयोजित किया गया।
ए. पी. जे. अब्दुल कलाम टेक्नीकल यूनिवसर्टी द्वारा प्रायोजित इस कार्यकम का शीर्षक इनोवेसन एंण्ड एडवांस प्रेक्टीस इन पावर सीसटम एण्ड कन्टोल इंजीनियरिग था।
डा0. तारीकउल इस्लाम जोकि प्रो0 जामीया मिलीया इसलामिया में हैं व डा0 पी.सी पंत, निदेशक नविन वैकल्पिक उर्जा मंत्रालय में कार्यरत हैं ये आज के प्रमुख वक्ता रहें। डा0. इस्लाम ने अपने व्याख्यान की शुरूआत हमारे देनिक जीवन में सेंन्सर के उपयोग से की। उन्होंने कई तरह के सेन्सर और ट्राॅसडयूसर के विषय में बताया। आधुनिक युग के सरफेस एकोसिटिक वेव सेंन्सरस के बारे में अपने अनुभवों को विस्तार से बताया। अगले संत्र में डा0 पंत ने अपने विषय ऊर्जाप्रबन्धन पर अपने विचार वयक्त किये। डा0 पंत ने अपने व्याख्याण की शुरूआत मे भारतीय पावर सेक्टर के बारे में बताया।उन्होंने पावर सेक्टर में भविष्य मे होने वाले सुधार की समीक्षा की। ऊर्जाप्रबन्धन को सुचारू बनाने के लिए वैकल्पिक ऊर्जा स्ंत्रोत जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा के बारे में विस्तार से बताया।कार्यक्रम के अंतिम दिवस पर आई.टी.एस इंजीनियरिग काॅलेज के निदेशक डा0 विनित कंसल ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों को सम्बोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने फेकलटी डेवलपमेंट प्रोग्राम की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन हमें आत्मविकास और विधाथियों के विकास के लिए प्रेरित करते है। इस प्रोगाम में देश के श्रेष्ठतम इंजीनियरिंग काॅलेज के प्राध्यापक डा0 विजेन्द्र सिंह, डा0 आशा, डा0 मनोज त्रिपाठी, डा0 प्रेरणा गौर, डा0 एन. के जैन, डा. अनवर सिदकी, डा0 एम. एम त्रिपाठी, डा0 जी.एल. पाहुजा, डा. तारीकउल इस्लाम व डा. पी. सी. पंत प्रमुख वक्ता थे। इस कार्यकम में प्रदेश के विभिन्न काॅलेज से 30 से अधिक प्रध्यापक ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। कार्यकम का संचालन सुश्री दिव्या अग्रवाल ने किया। व आभार श्री उपेन्द्र अग्रवाल ने व्यक्त किया। कार्यकम का मुख्यउदेश्य प्रध्यापकों को आधुनिक तकनीक व विकास से जुडे पहलू से अगवत कराना है।