ग्रेटर नोएडा : कोरोना के खौफ के बीच दूसरे दिन जारी रहा सैनिटाइजेशन का कार्य, प्राधिकरण की 100 टीमों ने की मेहनत
Abhishek Sharma /Lokesh Goswami Tennews New Delhi :
नोएडा – ग्रेटर नोएडा में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में जिन क्षेत्रों में कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिले हैं, उनको गौतम बुध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह के निर्देश पर 48 घंटों के लिए लॉक डाउन कर दिया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग एवं प्राधिकरण की टीमें पूरे जिले को सैनिटाइज करने में लगी हुई हैं।
आपको बता दें कग करीब 150 टीमें मिलकर नोएडा व ग्रेटर नोएडा को सैनिटाइज करने में जुटी हुई हैं । नोएडा में 50 तो ग्रेटर नोएडा में 100 टीमें मिलकर यह कार्य कर रही हैं। वहीं इसमें सामाजिक संगठनों का भी प्राधिकरण को सहयोग मिल रहा है।
वहीं ग्रेटर नोएडा की बात करें तो यहां रविवार को कोरोना का पहला मामला सामने आया था। जिसके बाद सेक्टर अल्फा-वन को 48 घंटे के लिए लॉक डाउन कर दिया और पूरे सेक्टर को सैनिटाइज किया गया। इसके बाद प्राधिकरण की टीमों ने कल सभी सेक्टरों को सैनिटाइज किया था
वही सैनिटाइजेशन का कार्य आज भी जारी रहा। रविवार शाम ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसाइटी में भी पूर्ण वायरस के दो पॉजिटिव केस मिले जिसके बाद से सोसाइटी को 2 दिन के लिए सील कर दिया है। जहां प्राधिकरण के कर्मचारियों ने ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों को अच्छे से सैनिटाइज किया, तो वही ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्य बाजारों को भी सैनिटाइज किया गया।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीनियर मैनेजर नवीन जैन ने बताया कि उनके वर्क सर्किल में आज कई गांवों को सैनिटाइज किया गया है। जिनमें ग्रेटर नोएडा वेस्ट के छोटी मिलक, पतवाडी, इटेड़ा, बिसरख, खैरपुर, तुस्याना, ऐमनाबाद, जलपुरा, हल्द्वानी व कुलेसरा को सैनिटाइज किया गया। वहीं सूरजपुर क्षेत्र में, देवला व गुलिस्तानपुर को सैनिटाइज किया गया।
वहीं, प्राधिकरण के मैनेजर अनिल कुमार जौहरी ने बताया कि प्राधिकरण की टीमें गांवों में सैनिटाइजेशन का कार्य कर रही हैं। उनके वर्क सर्किल में सैनी, सुनपुरा , वैदपुरा , सदलापुर सादुल्लापुर व सादोपुर को सैनिटाइज किया गया।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कुछ गांव ऐसे भी हैं, जहां अभी तक प्राधिकरण के अधिकारी या कर्मचारी नहीं पहुंचे हैं। यहां पर सैनिटाइजेशन का कार्य भी नहीं किया गया है। यहां के निवासियों की शिकायत है कि कोरोनावायरस से पहले भी यहां पर कभी प्राधिकरण द्वारा दवाइयों का छिड़काव नहीं करवाया गया।