उप मुख्यमंत्री का बयान , दिल्ली पर छाया आर्थिक संकट, केंद्र से तत्काल मांगी गई पांच हजार करोड़ रुपये की सहायता 

Rohit Sharma

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नई दिल्ली :– दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच आज उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने कहा कि इस संकट काल में दिल्ली को आर्थिक सहायता की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि इस वक्त दिल्ली सरकार को 7 हजार करोड़ रुपये की आवश्यकता है। सिसोदिया ने कहा कि इसके लिए हमने केंद्रीय वित्त मंत्रालय को पत्र लिखकर मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के पास अपने कर्मचारियों को देने के लिए पैसे नहीं हैं।

सिसोदिया ने कहा कि इसके लिए हमने केंद्रीय वित्त मंत्रालय को पत्र लिखकर मदद मांगी है। आपदा राहत कोष से राज्यों को जो पैसे दिए गए हैं, उससे दिल्ली को कोई मदद नहीं मिली , इसलिए हमने पत्र लिखकर वित्त मंत्री से मांग की है कि वे तत्काल दिल्ली को पांच हजार करोड़ रुपये की सहायता दें।

ताकि हमलोग कोरोना संकट में काम कर रहे टीचरों, डॉक्टरों, डिफेंस कर्मियों और अन्य लोगों को वेतन दे सकें। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीने में 1700 करोड़ का जीएसटी कलेक्शन आया है, जबकि 7000 करोड़ रुपये आने चाहिए थे। केंद्र सरकार से भी कोई सहायता नहीं मिल रही है।

उन्‍होंने बताया कि पिछले दो महीने में कर वसूली के तौर पर सरकार के पास कुल एक हजार करोड़ का राजस्‍व आया है. वहीं, अन्‍य स्रोतों से 725 करोड़ रुपये खजाने में आए हैं |

उन्‍होंने बताया कि दिल्‍ली सरकार को प्रतिमाह 3500 रुपये बतौर वेतन देना होता है, लेकिन सरकार के पास सिर्फ 1725 करोड़ रुपये हैं. सिसोदिया ने बताया कि उन्‍होंने मौजूदा हालात को देखते हुए केंद्र सरकार से 5000 करोड़ रुपये मांगे हैं. इस बाबत वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण को उन्‍होंने चिट्ठी भी लिखी है |

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