दिल्ली के जंतर मंतर में दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एंड टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। जिसको लेकर दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को ज्ञापन सौंपा है । संजय सम्राट का कहना है कि टैक्सी मालिकों और चालकों की अनदेखी कर उनको लगातार आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
संजय सम्राट ने कहा कि केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल से टैक्सी और कैब पर 25000 रुपए का टैक्स और बस पर 75000 रुपय से लेकर 3 लाख रुपये तक का टैक्स लगाने का प्रावधान रखा गया है। जबकि हमारी गाड़ियां 3 – 4 स्टेट में ही जाती हैं और हमसे 32 स्टेटों का टैक्स लिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांगे हैं जिसको लेकर आज हम धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
1. ओला उबर या जितनी भी ऐप बेस्ट कंपनियां है उनका किराया दिल्ली सरकार द्वारा तय किया जाए।
2. सारे स्पीड के दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा किए गए चालान माफ किए जाएं।
3. ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट टैक्सी बसों को 9 साल की अवधि प्रदान की जाए।
4. दिल्ली एनसीआर या पूरे भारत में 2 साल के लिए सारे कमर्शियल टैक्सी बसों या ऑटो के परमिट बढ़ाए जाएं।
5. दिल्ली में पंजीकृत सारे टैक्सी बसों से एमसीडी टोल टैक्स हटाया जाए।
6. प्राइवेट कारों और टैक्सी की सामान्य स्पीड निर्धारित की जाए।
7. डीजल और पेट्रोल की कीमत तुरंत कम की जाए।
8. दिल्ली के चालकों और ट्रांसपोर्ट कंपनियों को राज्य और केंद्र दोनों सरकारों द्वारा आर्थिक मदद दी जाए।
9. पैनिक बटन के नाम पर 9000 रुपय लेना बंद किया जाए।
10. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा टैक्सी और बस चालकों को तंग करना बंद किया जाए।