बढ़ते कोरोना मामलों को देख केजरीवाल ने जिला प्रशासन को दिए सख्त निर्देश , जाँच बढ़ाने के लिए पूरी दिल्ली में उतारी जाए मोबाइल टेस्टिंग वैन
ROHIT SHARMA
नई दिल्ली :– दिल्ली में रोजाना बढ़ते कोरोना मामलों को देख दिल्ली सरकार की चिंता बढ़ने लगी है , दिल्ली में कोरोना संक्रमण की जांच बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने टारगेट टेस्टिंग करने की बात कही है।
टारगेट टेस्टिंग के जरिए दिल्ली में छोटे-छोटे भीड़भाड़ वाले इलाकों में कोरोना जांच की जाएगी। इसके लिए सरकार ने मध्य दिल्ली की सड़कों पर मोबाइल टेस्टिंग वैन उतारी हैं। जल्द ही पूरी दिल्ली में ये वैन उतारी जाएंगी।
जानकारी के अनुसार, शुरुआती चरण में 15 वैन दिल्ली की सड़कों पर उतारी जाएंगी, जो बाजारों में पहुंचने वाले दुकानदारों और ग्राहकों की रैपिड एंटीजन जांच करेंगी। आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
मौजूदा समय में मध्य जिले में कोरोना जांच के लिए इन वैन का सहारा लिया जा रहा है। यहां संकरी गलियों में इन वैनों के जरिए कैंप लगाकर बड़ी संख्या में लोगों की कोरोना जांच की जा रही है।
दिल्ली में कोरोना जांच बढ़ाने के लिए सरकार ने स्थानीय जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वह मार्केट एसोसिएशन और आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर जांच बढ़ाने के लिए काम करे। दिल्ली में किसी मार्केट एसोसिएशन या आरडब्ल्यूए को अपने इलाके में कोरोना जांच करवानी है तो उसके लिए कैंप लगाए जा सकते हैं।
मार्केट एसोसिएशन और आरडब्लूए स्थानीय विधायक या जिला अधिकारी से बात कर अपने इलाके में कोरोना जांच कैंप लगवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने परिसर में कैंप लगाने के लिए स्थान चिह्नित करना होगा। वहां सरकार की ओर से डॉक्टर और दो अन्य स्टाफ के लोग कैंप लगाकर लोगों की कोरोना जांच करेंगे।
दिल्ली में मौजूदा समय में हो रही कुल कोरोना जांच में लगभग 77 प्रतिशत जांच रैपिड एंटीजन किट से और 23 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जांच हो रही हैं। सरकार आने वाले दिनों में इन आरटी-पीसीआर जांच की संख्या को 50 प्रतिशत तक ले जाना चाहती है।
इसके लिए मोबाइल वैन और जांच कैंपों में बड़ी संख्या में आरटी-पीसीआर जांच करने की तैयारी है। दिल्ली में मौजूदा समय में प्रतिदिन लगभग 55 से 60 हजार कोरोना जांच की जा रही है। सरकार जांच की संख्या को प्रतिदिन 70 से 75 हजार तक करने की योजना पर काम कर रही है।