ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ‘जिम्स’ जैसी सुविधाओं वाला सरकारी अस्पताल बनाने की मांग
ABHISHEK SHARMA
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एकमात्र सरकारी अस्पताल के नाम पर बिसरख में कम्युनिटी हेल्थ सेन्टर है। कहने को यह 30 बेड का अस्पताल है लेकिन यहाँ एक्स-रे जाँच जैसी बुनियादी सुविधाएँ भी नही है। ऐसे में निवासियों को निजी अस्पतालों का रुख करना मजबूरी बन जाता है।
सुपरटेक इकोविलेज-1 निवासी और नेफोवा उपाध्यक्ष सुमित सक्सेना ने बताया कि उनकी माताजी को हाथ मे बीती रात चोट लग गयी। चोट के कारण दर्द होने लगा और सूजन हो गया। रात में बार बार गर्म पानी की पट्टी लगाकर काम चलाया। सुबह बिसरख हेल्थ सेन्टर में एक्स-रे कराने पहुँचे लेकिन पता चला कि बिसरख हेल्थ सेन्टर में एक्स-रे जैसे बुनियादी जाँच के उपकरण नही है।
लिहाजा कहीं और (निजी अस्पताल में) जाकर जाँच करानी पड़ेगी। ऐसे में बिसरख हेल्थ सेन्टर में जरूरी जाँच ना होना चिंता का विषय है।
सुमित सक्सेना ने बताया कि यहाँ पास में ही एक निजी अस्पताल है लेकिन वहाँ कोरोना का इलाज चल रहा है। अतः वहाँ अपनी वृद्ध माताजी को ले कर जाना खतरे से खाली नही। ऐसे में ग्रेटर नोएडा वेस्ट से नोएडा जाकर निजी अस्पताल में जाँच करानी पडी।
नेफोवा और ग्रेनो वेस्ट के निवासी काफी समय से क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा या नोएडा जिला अस्पताल के तर्ज पर अत्याधुनिक अस्पताल की माँग कर रहे हैं लेकिन सरकार के तरफ से या जनप्रतिनिधियों के तरफ से इस विषय पर कोई जवाब नही आ रहा।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आबादी 2.5-3 लाख से ज्यादा है लेकिन सरकारी अस्पताल के नाम पर कोई व्यवस्था नही है। उन्होंने कहा, सरकार से निवासियों की अपील है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग़ाज़ियाबाद में सरकारी अस्पताल जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त सरकारी अस्पताल जल्द से जल्द बनाया जाए।