नई दिल्ली :– गेहूँ की खरीद को लेकर कल गोपाल राय ने बीजेपी पर गम्भीर आरोप लगाए थे , जिसका आज बीजेपी विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी ने सभी आरोपों को गलत बताया है , साथ ही उन्होंने दिल्ली सरकार के कृषि मंत्री गोपाल राय को चेतावनी भी दी है , साथ ही उनका इस्तीफा भी माँगा है।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने ऐलान किया कि वे अपने सहयोगियों के साथ 12 अप्रैल को मंत्री गोपाल राय के निवास के बाहर किसानों की मांगों को लेकर धरना देंगे।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार हमेशा से ही किसान विरोधी रही है, लेकिन वोटों की खातिर केजरीवाल सरकार को झूठ बोलने से भी परहेज नहीं है। केजरीवाल ने किसानों को मुफ्त बिजली देने और न्यूनतम समर्थन मूल्यों से भी डेढ़ गुना अधिक दाम पर खरीद का न केवल वायदा किया था बल्कि पड़ोसी राज्यों में जाकर भी इसका खूब प्रचार किया, लेकिन जब गेहूं खरीद की बारी आई तो कोई खरीद केन्द्र तक नहीं खोला।
इतना ही नहीं केजरीवाल ने भारतीय खाद्य निगम को कोई सहयोग नहीं किया तो निगम अपने दम पर दिल्ली में खरीद शुरु कर दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सरकार अपने वायदे के मुताबिक या तो 2612 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों से खरीद करें या मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अपने मंत्री गोपाल राय के साथ दिल्ली के किसानों से माफी मांगे।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने अभी तक गेहूं खरीद के लिए कोई केन्द्र नहीं खोला क्योंकि वो नहीं चाहती कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कोई खरीदारी हो। केन्द्र की एजेन्सी ने जो केन्द्र यहां खोले हैं उन पर 1975 रुपये की दर से खरीद हो रही है। अगर केजरीवाल सरकार चाहे तो वह अपने वायदे के मुताबिक यहां गेहूं बेच रहे किसानों को 800 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त चुकाएं।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि एफसीआई ने 6 तारीख को 158 कविलटल गेंहू खरीदा है। एफसीआई ने जनवरी में केजरीवाल को पत्र लिखकर पूछा था की फरवरी में खुद एफसीआई एक हजार मेट्रिक टन गेंहू खरीदेगा। फिर मार्च में केजरीवाल सरकार ने एफसीआई को पत्र लिख कर कहा कि दिल्ली के किसानों से 500 मेट्रिक टन गेंहू खरीदे। जिसके बाद एक अप्रैल को अलग अलग मंडी में एफसीआई ने 1975 रुपये क्विंटल के हिसाब से 158 क्विंटल गेंहू खरीदा। गोपाल राय कहते है कि एफसीआई ने काउंटर नही खोला , गोपाल राय कितना झूठ बोलते है।
साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 में गिरदावली बंद कर दी है। इसका मतलब ये होता है कि किसान एफसीआई को बताता है कि वो कौन सी फसल पैदा कर रहा है। 7 अप्रैल से दिल्ली सरकार ने एफसीआई के किसानों का वेरिफिकेशन काउंटर बंद कर दिया है। कल मुख्यमंत्री के घर जाएँगे। हमारी मांग है कि दिल्ली सरकार का ररेवन्यू डिपार्टमेंट एफसीआई को बता दे। फला किसान के पास इतनी जमीन है और उनको इतना गेहूं खरीद ले।
1600 गेंहू खरीद जा रहा है। 1300 रुपये क्विंटल का नुकसान हो रहा है। रामवीर सिंह विधूड़ी ने कृषि मंत्री गोपाल राय को चुनोती दी है कि 6 अप्रैल को दिल्ली सरकार ने एफसीआई के माध्यम से किसानों का गेंहू खरीदा है। अगर नही तो वो मीडिया में गलत जानकारी नही दे। क्या तो वो अपना पद छोड़ दे नही तो मैं प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा।
केजरीवाल सरकार दिल्ली किसानों के तय एमएसपी मिले इसके लिए दिल्ली राज्य सरकार को एफसीआई को किसानों के बारे में जानकारी देनी होतो है, लेकिन केजरीवाल ने नहीं किया , इसकी हम निंदा करते है पूरे देश एफसीआई एमएसपी पर किसानों की फसल खरीदते है। 2007 में दिल्ली किसानों का बुरा हाल है, आज दिल्ली के किसान इतने मजबूर है 1500, 1600 रुपये प्रति क्विंटल फसल बेच रहे है।