कोविड-19 के बाद इंडस्ट्री 4.0 में नए अवसर एवं चुनौतियों को लेकर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
ABHISHEK SHARMA
ग्रेटर नोएडा के JIMS इंजीनियरिंग कॉलेज के व्यवसाय प्रबंधन विभाग द्वारा ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ डिजिटल दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीपी शर्मा, विशिष्ट अतिथि उपकार सिंह निदेशक- तकनीकी, आई एस एस ग्लोबल, मुख्य वक्ता आशीष श्रीवास्तव डायरेक्टर EY फाउंडेशन रहे।
संस्थान के निदेशक डॉ आरके रघुवंशी ने अपने स्वागत भाषण में भारतीय कंपनियों द्वारा हाल ही में किए गए एडवांसमेंट और भारत सरकार की भूमिका के बारे में बताया।
समारोह में मुख्य अतिथि, प्रो बी.पी. शर्मा ने कहा कि भारत से चीनी उच्च प्रौद्योगिकी निर्यात 30 गुना अधिक है। उनके अनुसार, सॉफ्टवेयर उत्पाद बाजार में, भारत की हिस्सेदारी 1% से कम है। उन्होंने नीतिगत हस्तक्षेप, नियामक तंत्र, तीसरी औद्योगिक क्रांति के वर्तमान परिदृश्य, लघु उद्योग और खेती से रक्षा तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका पर प्रकाश डाला।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए, उपकार सिंह ने कहा कि घर से काम करने से सामाजिक परिवर्तन होगा। उन्होंने उद्योग 4.0 में स्मार्ट प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारे में बताया। उनके अनुसार, घर से काम करना एक व्यवहार्य विकल्प नहीं है। अपने उद्बोधन में कोविड-19 के बाद आईटी उद्योग क्रांति पर पर जोर दिया।
मुख्य वक्ता आशीष श्रीवास्तव ने तकनीकी विकास की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने स्थायी विकास लक्ष्यों और सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों पर चर्चा की। उन्होंने बेहतर डेटा विश्लेषण के महत्व को भी समझाया। इसके अलावा, उनके अनुसार, संपूर्ण CSR गतिविधियाँ प्रभावित होती हैं।
इस संगोष्ठी में पूरे भारतवर्ष की 12 राज्यों से 80 से अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए जिनमें से 44 शोधार्थियों ने अपने शोध पत्रों को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में शोध पत्रों के संकलन का पुस्तक के रूप में विमोचन किया गया
शोध पत्रों के प्रस्तुतीकरण के लिए उत्कृष्ट प्रस्तुतीकरण का पुरस्कार चंडीगढ़ के सिमरनजीत कौर बग्गा, बेंगलुरु से फ़िरदौस ख़ान तथा नोएडा के दीपक चक्रवर्ती को उत्कृष्ट शोध कार्य तथा प्रस्तुतीकरण के लिए दिया गया
समापन सत्र मुख्य अतिथि देबू सेठ ने शिक्षा व्यवस्था में तकनीकी के उपयोग तथा लोगों को रोजगार परक बनाने थे संस्थानों द्वारा किए जा रहे विशेष सुझाए।
कार्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर मयंक पांडे ने बताया कि पूरे देश भर से 277 लोगों ने सहभाग किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ शिखा जलोटा, डॉक्टर राशि, प्रोफेसर मयंक पांडे, विक्रम शर्मा, मनप्रीत सिंह, स्वाति, अनुभूति, अंकुर बुद्धि राजा, आनंद स्वरूप पांडे आदि उपस्थित रहे
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