किसानों का प्रदर्शन नोएडा प्राधिकरण गले की फांस बना , सीईओ रितु माहेश्वरी ने दिया बयान
ROHIT SHARMA
नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ 11वें दिन भी किसानों का धरना जारी रहा। आपको बता दे की अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी और किसानों के बीच 3 घंटे की मैराथन बैठक भी हो चुकी है । सुलह को लेकर लंबे दौर की वार्ता चली, लेकिन नतीजा जीरो रहा , ऐसे में किसानों ने धरना जारी रखने का ऐलान किया है।
10 फरवरी से नोएडा अथॉरिटी पर शुरू हुआ किसानों का धरना दिनोंदिन बड़ा रूप ले रहा है। बीते दिनों पुलिस ने किसानों को जेल भेज दिया था। जिसके बाद कई राजनीतिक दल और संगठन किसानों के साथ खड़े हो गए थे।
खासबात यह है की प्रदर्शन ने विकराल रूप ले लिया है। किसान इकट्ठे होकर ढोल नगाड़ों के साथ धरना-स्थल पर पहुँच रहे है । वही कई बार पुलिस व किसानों के बीच संघर्ष की स्थिति बन चुकी है।
किसानों का धरना प्रदर्शन अथॉरिटी के गले की फांस बन गया है। यह कब तक जारी रहेगा और इसकी सुलह के रास्ते कैसे निकलेंगे, इसका जवाब फिलहाल अथॉरिटी व किसानों के पास नहीं है।
वहीं, पब्लिक रोजाना इस प्रदर्शन से परेशान हो रही है। छात्रों के बोर्ड एग्जाम चल रहे हैं। उद्योग मार्ग का ट्रैफिक इस प्रदर्शन के चलते बाधित हो रहा है। वहीं, अथॉरिटी आने वाले लोगों को घूमकर आना पड़ता है क्योंकि मुख्य रास्ता बंद है। भारी पुलिस बल और कई पुलिस अधिकारी धरने से बिगड़ने वाले हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी, एसीईओ प्रवीण मिश्र के साथ मंगलवार शाम को करीब तीन घंटे तक किसानों की लंबी वार्ता चली। अथॉरिटी अफसरों ने किसानों को उनके मुद्दों के लिए सकारात्मक रूप से आश्वासन दिया लेकिन किसानों ने भरोसा नहीं किया। फाइनली मीटिंग में कोई नतीजा नहीं निकला। प्रदर्शन को लीड कर रहे सुखवीर पहलवान का कहना है कि ऐसे आश्वासन अथॉरिटी सालों से देती आ रही है। अब हमें फैसला चाहिए। बुधवार को हम और बड़ा प्रदर्शन करेंगे। जब तक अथॉरिटी निर्णय नहीं लेगी, धरना जारी रहेगा।
वही दूसरी तरफ नोएडा प्राधिकरण की रितु माहेश्वरी ने कहा की किसानों से वार्ता जारी है , कल भी ओएसडी अधिकारीयों ने किसानों से वार्ता की है , लेकिन कुछ ऐसे लोग है जो इस वार्ता को सफल नहीं होने दे रहे है | साथ ही उन्होंने कहा की प्राधिकरण किसानों की माँग को लेकर काम कर रहा है , जिससे उनकी जायज माँग को पूरा किया जाए | आबादी भूंखड को लेकर बैठक चल रही है , जो जल्द ही समस्याओं का निस्तारण हो जाएगा |