प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों ने केवीडी बिल्डर पर लगाया मेहनताना न देने का आरोप, दिया प्रोजेक्ट साइट पर धरना
नॉएडा : नोएडा शहर में बिल्डरों की बढ़ती कारगुजारियों ने होम बॉयर्स के सपनों में सेंध लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है ।
विभिन्न बिल्डर प्रोजेक्टस में अपने आशियाना खरीदने वाले बायर्स इनकी ऊँची , ऊँची इमारतों के नक्शे देख कर घर तो खरीद लेते हैं पर उसके बाद उस इमारत के खड़े होने का
इंतजार करते रह जाते हैं।
कुछ प्रोजेक्ट्स में तो कई ठेकेदारों व् मजदूरों का पैसा भी हड़प लिया गया।
ऐसी ही एक घटना नॉएडा एक्सटेंशन में केवीडी बिल्डर के एक प्रोजेक्ट में सामने आयी है जहां बिल्डर ने अपनी इमारत तो बनवा ली लेकिन उसमें काम करने वाले मजदूरों , सप्लायर का मेहनताना नहीं दिया । और जब जब ये अपना पैसा मांगने बिल्डर के दफ़्तर गए ,तो इन्हें डरा धमका कर भगा दिया गया ।
जैसे की आप तस्वीरों में देख सकते है ये वो लोग है इनसे बिल्डर ने अपनी बिल्डिंग तो बनवा ली ,लेकिन इनकी मेहनत का पैसा नहीं दिया। अब ये लोग मजबूर होकर बिल्डर के खिलाफ धरने पर बैठ गए है।
वहीँ इन लोगों का कहना है कि के.वी.डी. बिल्डर ने जब नोएडा एक्सटेंशन में अपना प्रोजेक्ट शुरू किया था तो इन लोगों ने इसमे काम करने का ठेका ले लिया था ।किसी ने इमारत बनाने का काम किया तो किसी ने लकड़ी का काम किया और अब बिल्डर के जब सारे फ्लैट्स बिक चुके हैं तो बिल्डर ने बायर्स का सारा पैसा अपने किसी और बिज़नेस में लगा दिया है और अब जब वो अपना पैसा मांगते हैं तो बिल्डर उन्हें धमकाता है और जान से मारने की धमकी देता है ।
कहा तो ये भी जा रहा है कि बिल्डर पुलिस में ऊँची पँहुच की धौंस जमाता है । वहीँ इन लोगों का कहना है कि अब इनके भूखे मरने की नोबत आ गयी है । इस साल वो अपने बच्चों के स्कूल की फीस भी जमा नहीं कर पाए हैं । और अब उनके सामने आत्महत्या करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है ।
आप सिर्फ अंदाजा ही लगा सकते हैं कि इन लोगों पर क्या गुजर रही होगी जब इनसे काम कराने के बाद इनका मेहनताना भी नहीं दिया गया ।
वहीँ नोएडा में आये दिन ऐसे लूटेरे बिल्डरों के खिलाफ नोएडा की सड़कों पर धरने आम बात हो गई है लेकिन न तो प्रशासन ही ज्यादा सख्त कार्यवाही करने को तैयार है और न ही पुलिस ऐसे डकैतों को गिरफ्तार करने की हिम्मत जुटा पा रही है ।
वहीँ इन लोगों का कहना है कि यदि उनका पैसा नहीं मिला तो वो बिल्डर के दफ्तर के सामने ही आत्महत्या कर लेंगे ।
इस मामले में जब बिल्डर से संपर्क साधने की कोशिश की गई तो कोई संपर्क स्थापित नही हो पाया।