देश में चली 222 श्रमिक स्पेशल ट्रेन, 2.5 लाख से अधिक लोगों को पहुंचाया घर : गृह मंत्रालय

Rohit Sharma

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नई दिल्ली :– कोरोना वायरस से निपटने और लॉकडाउन की स्थिति के लिए आज गृह और स्‍वास्‍थ्‍य  मंत्रालय की संयुक्‍त प्रेस कांफ्रेस हुई। इस मौके पर गृह मंत्रालय की संयुक्‍त सचिव पुण्‍य सलिला श्रीवास्‍तव ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान देश में और देश से बाहर फंसे लोगों को निकालने के लिए एसओपी लागू करने के लिए अंतर-मंत्रालय समन्वय समिति का गठन किया6 गया है।

साथ ही उन्होंने कहा कि देश में फंसे हुए लोगों की आवाजाही के लिए रेलवे ने 222 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाईं, 2.5 लाख से ज्यादा लोगों ने इस सुविधा का इस्तेमाल किया। औरंगाबाद में रेलवे पटरियों पर प्रवासी श्रमिकों की मौत एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।

उन्‍होंने कहा कि विदेश से आने वाले भारतीयों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा। इसके बाद उनका दोबारा टेस्ट करवाया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि जून में रेस्तरां और मिठाई की दुकानों को फिर से खोलने पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।

उन्‍होंने कहा कि आज जब हम प्रवासी श्रमिकों की वापसी और लॉकडाउन में छूट की बात कर रहे हैं, तो हमें यह समझना होगा कि हमें वायरस के साथ रहना भी सीखना होगा। वायरस के खिलाफ बचाव के लिए दिए गए दिशा- निर्देशों को अपने व्यवहार में बदलाव के रूप में लागू करने की आवश्यकता है।

स्‍वास्‍थ्‍य के संयुक्‍त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 3390 मामले सामने आए हैं, साथ ही 1273 मामले ठीक भी हुए हैं, रिकवरी रेट बढ़कर 29.36 प्रतिशत हो चुकी है। देश में अब तक 56, 342 केस आ चुके हैं। 37916 कोरोना के ऐक्टिव केस हैं। अब तक 16540 लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 1886 लोगों की मौत हो चुकी है।

उन्‍होंने कहा कि देश में 216 जिले ऐसे हैं जिनमें कोई मामला सामने नहीं आया है, 42 ऐसे जिले हैं जिनमें पिछले 28 दिन से कोई मामला नहीं मिला है, 29 ऐसे जिले हैं जिनमें पिछले 21 दिन से कोई मामला नहीं मिला है। 36 ऐसे जिले हैं जिनमें पिछले 14 दिन से कोई मामला नहीं मिला है और 46 ऐसे जिले हैं जिनमें पिछले 7 दिन से कोई मामला नहीं मिला है।

उन्‍होंने कहा कि रेलवे ने 5231 कोचों को कोविड केयर सेंटर के रूप में बदला है। उन्हें 215 चिन्हित स्टेशनों पर रखा जाएगा। इनका उपयोग माइल्‍ड और वेरी माइल्‍ड केस के उपचार के लिए किया जाएगा, जबकि यह सुनिश्चित करना कि विभिन्न कोच संदिग्ध और पुष्टि मामलों के लिए नामित हैं।

लव अग्रवाल ने कहा कि यदि हम बताए गए क्‍या करना है और क्‍या नहीं करना है का अनुसरण करते हैं, तो हम कोविड -19 मामलों की संख्या में चरम पर नहीं पहुंच सकते हैं और हमारा वक्र सपाट रह सकता है। उन्‍होंने कहा कि डेटा के विश्लेषण के बाद जल्द ही राज्यों को लाल, नारंगी और हरे जोन की एक संशोधित सूची प्रसारित की जाएगी।

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