गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के छात्रों ने जेआरएफ परीक्षा में दिखाया दम, 4 छात्रों ने पायी स्कालरशिप
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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ऑफ़्लाइन खुलते ही छात्रों की उपलब्धियों की खबर से विश्वविद्यालय में ख़ुशी का माहौल बना। बीते दिनों जब से एनटीए द्वारा यूजीसी-नेट का परिणाम घोषित हुआ है तब से हर दिन किसी ना किसी विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने की खबर छात्रों द्वारा दी जा रही है। इस क्रम में अब तक मिली खबर के अनुसार ४ छात्रों ने जेआरएफ और २ छात्रों ने नेट की परीक्षा में सरलता हासिल की है। जेआरएफ उत्तीर्ण होने वाले छात्रों में संदीप गौतम जिसने बौध अध्ययन में बीए-एमए की पढ़ाई विश्वविद्यालय से की है और यह छात्र शुरू से ही प्रतिभाशाली दिख रहा था। संदीप ने ५ वर्ष का बीए-एमए में काफ़ी अच्छे अंकों में उत्तीर्ण हुआ था और उसी वर्ष जेआरएफ करना एक बड़ी उपलब्धि है। संदीप के अलावा अन्य छात्र जिन्होंने जेआरएफ क्लियर किया है वह हैं: कम्प्यूटर इंजिनीरिंग की मोनिका कश्यप, मैनज्मेंट से शशांक, इलेक्ट्रिकल इंजिनीरिंग के मुकुल और राजनीति विज्ञान एवं अंतरराष्ट्रीय सम्बंध के वरुण ठाकुर एवं नेट में उत्तीर्ण होने वाले छात्र हैं पत्रकारिता विभाग के गौरव तथा राजनीति विज्ञान से स्वर्नी।
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विश्वविद्यालय प्रशासन ऐसे छात्रों को सम्मान देने का विचार किया है ताकि विश्वविद्यालय के अन्य छात्र इससे प्रेरणा ले सकें। कुलपति प्रो आरके सिन्हा ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा की यह उपलब्धि छात्रों को प्रेरणा देगी उन्हें अपने विषय में सरलता हासिल करने में और यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है।
यहाँ यह भी बताना आवश्यक है कि इस शैक्षणिक सत्र में बौध अध्ययन विभाग के पूर्व पाँच छात्रों को शोध करने के लिए भारत सरकार का प्रतिष्ठित आईसीसीआर छत्रवृत्ति भी मिली है जिसके तहत वो विश्वविद्यालय में बौध अध्ययन विभाग में प्रवेश भी ले लिया है। इस छत्रवृत्ति के तहत उन्हें शैक्षिक एवं छात्रावास शुल्क के अलावा लगभग बीस हज़ार रुपए का मासिक अनुदान भी मिलेगा। पाँच छात्रों में चार वीयट्नाम (नूयेन थी बिच थी, नूयेन थी ले, लूआंग दिंह तिं, डूआंग थी किम युएन) से हैं और एक म्यांमार से जिनका नाम है कोविदा। आईसीसीआर का यह छत्रवृत्ति योजना विदेशी छात्रों को भारत में उच्च शिक्षा के लिए दिया जाता है। एक वीयट्नाम और एक लाओस के छात्र को भी विश्वविद्यालय में बौध अध्ययन में एमए करने के लिए यह छत्रवृत्ति मिली है । इसके अलावा एक ताइवान का छात्र टिंग वे वान को ताइवान सरकार का और आईसीसीआर से एक वीयट्नामी छात्र नूयेन थंह नगँ और एक लाओस के छात्र पी. सौवन्नफ़ोने को छात्रवृति जीबीयू में बौध अध्ययन में ही एमए करने के लिए मिला है और साथ ही भूटान सरकार की छत्रवृत्ति पर दो भूटानी छात्रों (तसेरिंग छेदूप और रिंचेन लहमो) को बौध अध्ययन में बीए करने के लिए भी मिला है।
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