New Delhi: दिल्ली के जंतर मंतर पर पिछले कई दिनों से यूपीएससी के छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई भी आश्वासन नहीं मिला है। ऐसे में छात्रों का कहना है कि ये आंदोलन तब तक चलेगा जब तक सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं करती है, पीछले एक साल से हम सभी छात्र परेशान है और कोई सुनने वाला नहीं है।
यूपीएससी छात्रों की मांग है कि जो छात्र कोरोना के दौरान एग्जाम नहीं दे पाए थे उनको एक मौका और दिया जाए।
छात्रों ने टेन न्यूज से बात करते हुए कहा कि बहुत सारे छात्र इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी मांगों को नहीं मान रही है। देश में किसानों कि बात मानी जाती है, रेड्डी पटरी वालों कि बातें मनी जाती है, लेकिन छात्रों कि बात दिल्ली में बैठी सरकार नहीं मानती।
आपको बतादें कि कुछ दिन पहले छात्रों को गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का अपॉइंटमेंट मिला था लेकिन जब छात्र उनसे मिलने गए तो प्रशासन ने उन्हें रोक कर थाने में बंद कर दिया। इस सवाल पर एक छात्रा ने कहा कि पता नहीं गृह मंत्री क्यों नहीं मिलना चाहते।
छात्रों ने कहा कि हमारी मांग जायज है। हमारा काम है पढ़ना लेकिन आज हम सब आंदोलन कर रहे हैं जिसके कारण हमारी स्टडी प्रभाभित हो रही है इसके लिए सरकार दोषी है। छात्र जब आंदोलन करेंगे तो आगे की पढ़ाई कैसे करेंगे। देश के अलग अलग शहरों से हम पढ़ने आए हैं आंदोलन करने नहीं।
सरकार की तरफ से आश्वासन तो 1 साल से मिल रहा है पर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। हम मांग करते हैं कि जल्द से जल्द सरकार हमारी बात सुने और दोबारा एग्जाम में बैठने का मौका दें। छात्रों ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
छात्रों ने कहा कि हमारी पढ़ाई बहुत प्रभावित हुई है और देश में कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है, ऐसे में हम जैसे छात्र आगे की तैयारी करें या अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करें। छात्रों ने कहा की आगे भी बहुत सारे एग्जाम है, उसकी तैयारी हम कैसे करेंगे, सारा समय प्रोटेस्ट में हीं चला जाता है।