नोएडा : प्राधिकरण की ज़मीन पर अवैध दुकाने लगवाकर की जाती है भारी वसूली , अधिकारीयों ने की जाँच शुरू
ROHIT SHARMA
नोएडा :– नोएडा सेक्टर-18 को नो वेंडिंग जोन बनाने की प्रक्रिया प्राधिकरण ने शुरू कर दी है , इसकी वजह लगातार मिल रही शिकायत है। आपको बता दे कि यहां अवैध रूप से दुकानें लगवाकर भारी वसूली की जा रही है।
मिल रही शिकायतों के आधार पर प्राधिकरण ने जांच शुरू कर दी है , नोएडा प्राधिकरण द्वारा उन लोगों पर कार्रवाई की जाएगी जिनकी शह पर यह कार्य हो रहा है | खासबात यह है की यहा प्रतिदिन करीब दो से ढाई लाख का फुटफाल है , जिसके लिए इसे व्यवसायिक हब के रूप में विकसित किया गया है।
वेंडिंग जोन पॉलिसी के तहत यहा 200 वेंडर चिह्नित किए गए है , अवैध रूप से रेहड़ी लगवाकर प्राधिकरण राजस्व को नुकसान कौन पहुंचा रहा है, इन्हें चिह्नित किया जा रहा है।जिसको लेकर नोएडा प्राधिकरण द्वारा सेक्टर-18 को नो वेंडिंग जोन घोषित करने के बाद यहा क्योस्क लगाए जाएंगे , इनकी संख्या 25 के करीब होगी।
यह क्योस्क ऐसे स्थानों पर होंगे जहा से आवाजाही व लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो। क्योस्क आवंटन के लिए योजना निकाली जाएगी , इसका प्रतिवर्ष रिन्यूवल भी कराना होगा। साथ ही प्रतिमाह किराया प्राधिकरण को देना होगा , इससे प्राधिकरण राजस्व में बढ़ोतरी होगी और सेक्टर-18 की खूबसूरती बनी रहेगी।
वही इसी तरह का एक मामला सेक्टर-58 के व्यवसायिक प्लॉट का आया है , यह प्लॉट प्राधिकरण का है। अभी खाली है इसका अलाटमेंट नहीं किया गया है , लेकिन काफी लंबे समय से यहा एक व्यक्ति दुकानें व रेहड़ी पटरी लगवाने के नाम पर वसूली कर रहा है। प्रति दुकान 40 रुपये प्रतिदिन की वसूली की जा रही है। वसूलने वाला अपने को प्राधिकरण से जुड़ा व्यक्ति बता रहा है।
वही इस मामले में नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह ने कहा की जानकारी मिलते ही प्राधिकरण ने जांच शुरू कर दी है , जल्द ही व्यवसायिक प्लॉट की फेंसिंग कराकर प्राधिकरण इसमें अपना बोर्ड लगाएगा। वही दूसरी तरफ उन्होंने कहा की नोएडा सेक्टर-18 को नो वेंडिंग जोन घोषित किया जा सकता है। यहां रेहड़ी पटरी लगवाकर अवैध वसूली की जानकारी मिली है , इससे प्राधिकरण को राजस्व की हानि हो रही है , इन लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।