भारतीय फैशन जूलरी के दीवानी विदेशी महिलाएं

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ग्रेटर नोएडा। अपने देश में फैशन भले ही शबाब पर न हो, लेकिन विदेशों में फैशन का चार्म खूब है। ऐसे में भारतीय हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार की गई फैशन जूलरी की विदेशी महिलाएं दीवानी होती जा रही हैं। भारतीय फैशन जूलरी की लगातार विदेशों में बढ़ती मांग के चलते भारतीय फैशन जूलरी एक्सपोर्टर अपनी डिजाइन से लेकर उनकी गुणवत्ता में भी काफी बदलाव कर रहे हैं, ताकि चाइना विदेशी बायर्स की पसंद न बन जाएं।
गौरतलब है कि इंडिया एक्सपो मार्ट एंड सेंटर में शुक्रवार से तीन दिवसीय फैशन जूलरी और एक्सेसरीज शो-2014 चल रहा है। इसमें 170 भारतीय हस्तशिल्प निर्यातकों ने अपने प्राॅडक्ट को प्रदर्शित किया है। जबकि 900 स्थाई माॅर्ट में भी फैशन जूलरी का प्रदर्शन किया जा रहा है। दो दिन से चल रहे शो में विदेश बायर्स का अच्छा रूझान देखने को मिला है। जूलरी निर्यातक विदेशों से मिल रहे रिस्पांस से काफी खुश हैं। एक्सपोटर्स के पास फैशन जूलरी के तौर पर तांबे और पीतल से बने कड़े, चूड़ी और हार सबसे अधिक डिमांड हैं। विदेशी बायर्स को तांबे व पीतल के बने आकर्षक कंगना, हार, ब्रेसलेट, झूमके और चूड़ी खूब पसंद आ रहे हैं। तांबे और पीतल की जूलरी के अच्छे आॅडर मिल रहे हैं। एक एक्सपोर्टर का कहना है कि बायर्स की डिमांड के अनुसार लगातार डिजाइनिंग में बदलाव का काफी फायदा मिल रहा है। लकड़ी और पीतल से बने हाथ के कड़े की भी वर्तमान में अच्छी डिमांड आ रही है। यह देखने में काफी खूबसूरत हैं और विदेशों में महिलाएं इसे खूब पसंद करती हैं। इसके साथ पक्षियों के पंखों और सीप से बनी कान की बाली की डिमांड भी बढ़ रही है। गोल्ड ओवरसीज के हेमंत गोयल का कहना है कि भारतीय फैशन जूलरी की विदेशी महिलाएं दीवानी होती जा रही हैं। हालांकि उन्हें चाइना से कड़ी टक्कर मिल रही है। लेकिन चाइना में अधिकांश प्राॅडक्ट मशीनों से तैयार किया जा रहा है। लेकिन भारत में हाथों से तैयार किया जा रहा है। हाथों से तैयार प्राॅडक्ट की गुणवत्ता अधिक होती है। लिहाजा फिलहाल भारतीय जूलरी की डिमांड विदेशों में चाइना से अधिक है।

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