नोएडा के बृह्मानंद स्कूल की निदेशिका अपराजिता दास गुप्ता ने टेन न्यूज़ टीम से की खास बातचीत

ROHIT SHARMA / JITENDER SHARMA

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(21/01/18) नोएडा :–

देश विदेश में सूफी सिंगर के स्तर पहचान बनाने के साथ शिक्षा जगत में  नोएडा के  ब्रह्मानंद पब्लिक स्कूल की निदेशिका अपराजिता ने अपनी पहचान बनाई है | साथ ही काफी उपलब्धियां प्राप्त कर चुकी,  बृह्मानंद स्कूल की  निदेशिका अपराजिता दास गुप्ता ने  टेन न्यूज़ टीम से खास बातचीत की – 

 
कैसे गुण मिलने चाहिए कि बच्चा शिक्षा के स्तर पर आगे बढ़ सके
आजकल के समय में बच्चो पर शिक्षा के नाम पर काफी भारी बोझ डाला जाता है , जिससे बच्चा दवाब में शिक्षा ग्रहण करता है |  जिससे बच्चे पर मानसिक दवाब बना रहता है। साथ ही उनका कहना है की  आज कल के समय में  बच्चो पर माँ बाप का काफी दवाब रहता है , जिससे बच्चा शिक्षा पर ध्यान नहीं दे पाता है |  अक्सर देखने मे आता है माँ बाप अपने बच्चे की तुलना दूसरे के बच्चो से करते है कि दूसरा बच्चा अच्छे अंक लेकर आता है , तो आपको भी उससे ज्यादा लाने है | तो बच्चे पर प्रेशर बनाया जाता है जिससे बच्चा भटक जाता है। ये जिम्मेदारी माँ बाप के साथ साथ टीचर की होनी चाहिए कि  बच्चे को आनंद से पढ़ाना चाहिए , ताकि बच्चा खुशी से फ्री माइंड होकर पढ़ाई करे | 
आपके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि ​क्या है
 
वैसे तो मुझे काफी उपलब्धि मिल चुकी है । मगर मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है  अभी कुछ समय पहले कॉम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में स्पीकर व ओथर के रूप में  मुझे सम्मान मिला है , जोकि लंदन इंटरनेशनल एजुकेशन कॉन्फ्रेंस था जिसमे मैने भाग लिया था , मैंने वह पर   गुरु शिष्य के ऊपर बोलने का मौका मिला । जो हमारे  भारत की काफी पुरानी परंम्परा है वहाँ पर आए देश विदेश के लोगो ने इस विषय को काफी सराहा था साथ ही  मुझे भी सराहना मिली । ये सम्मान मुझे मिला जो में समझती हू की मेरे जीवन की ये सबसे बड़ी उपलब्धि है | 
 
चुनॉतीयां क्या क्या रही जीवन में 
चुनॉतीयां  की बात करे तो मुझे जीवन मे  कदम कदम पर चुनोतियों का सामना करना पड़ा  । उनका कहना है की  मुझे काम भी सामलना पड़ता है ,साथ ही स्कूल के बच्चो का भविष्य खराब ना हो वो देखना होता है और जीवन मे सभी चीजों का साथ लेकर चलना पड़ता है । जीवन मे बैलेंस करना बहुत जरूरी है ।
आपके जीवन का सक्सेस मंत्र क्या है 
मेरे जीवन का सक्सेस  मंत्र है कि में हमेशा निडर रही  हूँ ,और मेरी यही सोच है कि जीवन  में निडर रहो , डर नाम की चीज जीवन मे ना रहे , ताकि आपको करने में या पूछने में डर महसूस ना हो । साथ ही उनका कहना है की  बचपन मे बच्चो में डर नही होता है । जैसे जैसे हम बड़े  होते है  वैसे वैसे हमारे जीवन की जो  डर नाम की एक लक्ष्मणरेखा होती है उसी से हम जकड़ जाते है । फिर हम हर काम करने से पहले डर नाम की चीज सामने आकर खड़ी हो जाती है , फिर हम यही सोचते है कि ये काम होगा या नही , अगर होगा तो कैसे होगा । ये ही हमारी कमजोरी है जो हमे आगे नही बढ़ने देती है । मेरा यही कहना है कि जीवन मे निडर रहे , जो भी काम करे निडरता के साथ करे , साथ ही  अपने जीवन मे एक गुरु या टीचर  को अपनाएं ,ताकि आपको सही रास्ता दिखा सके।
आपका रोल माडल कौन कौन है जीवन में 
 
मेरे जीवन में मैं  खुद ही रोल माडल हूँ , क्योकि हर दस साल में खुद को देखती हूं कि मै कहा तक पहुची हूँ ,जिसको देखकर में  फिर आगे बढ़ने की कोशिश करती हूं | इसलिए में खुद को ही रोल माडल मानती हूँ । 
 
 
क्या आप भगवान पर भरोसा करते है 
 
में भगवान पर काफी ज्यादा भरोसा करती हूँ जो वो शक्ति चाहे वो मातृ शक्ति है या वो पितृ शक्ति ,आपार शक्ति है उनके सिवा दुनिया मे कुछ नही है ।  मेरी उनमे एक आस्था है और जो कुछ आज हूँ उनके आशीर्वाद से हूँ ।
 
जीवन में सबसे ज्यादा की किन किताबो का प्रभाव पड़ा  
कुछ किताबें है जो मेरे जीवन को काफी प्रभावित करती है  हलाकि  कुछ विदेशी किताबे भी है जो मुझे पड़ने में काफी सही लगती है जिससे मुझे बहुत प्रेरणा मिलती है |  कुछ विदेशी प्रसिद्ध  कॉमेडियन ओथर है अभी उनकी किताबे पड़ रही हूँ  कि उन्होंने अपने जीवन में कितना संघर्ष किया है |  । मुझे किताबो से जीवन मे काफी सपोर्ट मिलता है ये मेरा जीवन का अहम हिस्सा है । 
आप एक गुरु होने के नाते बच्चो को क्या गुण देंना चाहंगे ,ताकि वो शिक्षा के क्षेत्र में सफल हो सके 
बच्चो के लिए एक खास बात है की बच्चे हमेशा निडर रहे  , आप किसी भी क्षेत्र में कभी नही डरे  , आप अपने अंदर  बिल्कुल भी ख़ौफ ना पाले, साथ ही अपने जीवन मे हार्डवर्क की आदत बनाए  । आप अपने जीवन में शॉर्टकट बिल्कुल भी ना अपनाए , शॉर्टकट से कभी मंजिल नही मिलती है। साथ ही  हमेशा सच को लेकर साथ चले , झूट का मख़ौटा ना पहने , अपनी जो भी कमी हो उससे घबराहे नही बल्कि उस कमी को सामने लाए ,और उसको दूर करने की कोशिश करे ।  साथ ही लोगो के सामने अपनी खूबियों के बारे में बताएं ताकि लोग आपको जाने तभी आपकी अपनी नई पहचान बनेगी।
 
गाने किस तरह के पसंद है आपको 
मुझे वैसे तो हर संगीत से प्यार है और सभी तरह के संगीत को सुनती हूँ | अगर बात करे  क्लासिकल संगीत काफी अच्छा है ,इसको काफी सुनती भी हूँ और साथ ही बच्चो को सिखाती भी हूँ |  साथ ही उनका कहना है की संगीत के जरिये मेडिटेशन से भगवान के पास तक पहुचा जा सकता है | 
खेलों में आपकी क्या  रूचि है  
 
मुझे सभी खिलाड़ी पसंद है ,अगर बात की जाए  तो सचिन तेंदुलकर काफी पसंद है , साथ सानिया मिर्ज़ा, सानिया नेहवाल जो इंडिया  की आइडल है | इनके साथ ही बॉक्सर के क्षेत्र में दो लड़कियों ने देश का नाम रोशन किया है । मुझे बचपन से ही  बास्केट बॉल काफी पसंद है ।  अपने स्कूल में भी बच्चो को बास्केट बॉल की भी ट्रेनिंग देती हूँ। साथ ही उनका कहना है की सीबीएसई कलस्टर वॉलीबॉल टूर्नामेंट में  हमारे स्कूल ने ख़िताब जीता है | साथ ही मुझे अच्छा लगता है की हमारे स्कूल के बच्चों में भी खेल की रूचि है | 
किस तरह की फिल्म आपको पसंद है 
मुझे संदेश देने वाली फिल्में काफी ही पसंद है | जैसे की थ्री इडियट ,दंगल फिल्में काफी पसंद है । ये फिल्में  समाज के साथ साथ जीवन मे भी प्रभाव डालती है । 
मोदी जी के कार्यशैली से कितना संतुष्ट हैं 
 
 मुझे राजनीति  में इतनी रुचि नही है लेकिन मोदी जी के कार्यशैली से काफी प्रभावित हूँ ,उनके जो भाषण है वो काफी पसंद है । उनका जो बोलने का तरीका है वो काफी प्रभावित करता है । मोदी जी ने देश  को विश्वपटल की ऊंचाइयों पर पहुचाया है । वैसे देश को पहली बार बोलने वाला प्रधानमंत्री मिला है वैसे मौन रहने से कुछ नही होता है । मोदी जी आज बच्चो के इडियाल बन चुके है हम अपने स्कूल में बच्चो को मोदी जी की तरह बोलना सिखाते है , ताकि आगे बढ़कर अपने हक के लिए बोले । मोदी जी का स्वच्छ अभियान से जो देश मे बदलाव हो रहा है वो काफी सराहनीय है ।

 

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