सर गंगा राम अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज , कोरोना जांच के दिशा-निर्देशों का पालन न करने का आरोप

Rohit Sharma

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नई दिल्ली :– राजधानी में कोरना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ अस्पतालों में बेडों को लेकर भी विवाद तूल पकड़ चुका है। दिल्ली के अस्पतालों में बेड्स की संख्या पर दिल्ली सरकार ने सफाई देते हुए कहा कि पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने अस्पतालों पर विपक्षी दलों के साथ मिलकर बदमाशी करने का भी आरोप लगाया।

अब दिल्ली सरकार ने सर गंगाराम अस्पताल पर एफआईआर दर्ज करा दी है। यह एफआईआर आईपीसी की धारा 154 के तहत दर्ज कराई गई है।

आरोप है कि अस्पताल अपनी क्षमता के मुताबिक लोगों को सुविधाएं नहीं दे रहा है। उसपर भर्ती न करने और बेडों की कालाबाजारी का आरोप लगाया गया है।

अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि कोई भी अस्पताल अब किसी भी संदिग्ध केस को वापस न भेजे। उन्होंने आरोप लगाया था कि अस्पतालों की सेटिंग राजनीतिक दलों से है और वे दिल्ली सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

वहीं स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि दिल्ली में पर्याप्त टेस्ट नहीं किए जा रहा है। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग सेंटर्स पर दिल्ली सरकार बहुत कम सैंपल पहुंचा रही है। सीएम ने बचाव करते हुए कहा कि कई लैब गलती कर रही थीं।

केजरीवाल ने लापरवाही बरत रहे प्राइवेट अस्‍पतालों से कहा कि उन्‍हें मरीजों का इलाज तो करना ही होगा। चेतावनी भरे अंदाज में सीएम ने कहा, “उन अस्पतालों का कहना चाहता हूं कि आपको कोरोना के मरीजों का नियमों के हिसाब से इलाज करना ही होगा। कुछ दो-चार अस्पताल इस गलतफहमी में हैं कि वे ब्लैक मार्किंटिंग कर लेंगे, उन अस्पतालों को बख्शा नहीं जाएगा।

कल से एक- एक अस्पताल के मालिक को बुला रहे हैं और पूछ रहे हैं कि कोरोना के मरीजों का इलाज तो करना ही होगा। 20 फीसदी बेड तो रखने ही होंगे, नहीं तो 100 फीसदी बेड कोरोना के लिए कर लेंगे।

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