नोएडा-ग्रेटर नोएडा की हवा हुई और जहरीली, एक्यूआई रेड जोन के पार

ABHISHEK SHARMA

नोएडा-ग्रेटर नोएडा की हवा लगातार बिगड़ती जा रही है। लगातार तीन दिनों से दोनों शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से 500 के बीच चल रहा है जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तहत हो रही कार्रवाई का भी कोई असर नहीं है। विभागीय अफसरों का कहना है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है।

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शनिवार को भी स्थिति जस की तस रही। ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 428 दर्ज किया गया। जबकि नोएडा का एक्यूआई 426 रहा। देश के सबसे प्रदूषित शहर की सूची में ग्रेटर नोएडा नौवें और नोएडा दसवें स्थान पर रहा। देश का सबसे प्रदूषित शहर देहरादून 474 एक्यूआई के साथ रहा।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ग्रेप का पालन कराने की लगातार कार्रवाई चल रही है। सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। कूड़ा जलाने से रोकने की कार्रवाई हो रही है, लेकिन उसके बाद भी प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी ने शनिवार को टीम और नेफोवा के साथ ग्रेनो वेस्ट के विभिन्न सेक्टरों का दौरा किया। सेक्टर वन, टेकजोन-4, सेक्टर-16 सी और चार में साफ-सफाई और ग्रेप के पालन का जायजा लिया। नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि गौड़ सिटी दो और महागुन मायवुड्स सोसाइटी के बीच वाली सड़क पर गंदगी रहती है।

इसकी जानकारी ओएसडी शिव शुक्ला को दी गई। बताया कि यहां पर रेहड़ी-पटरी वाले लगातार गंदगी करते हैं। गौड़ सिटी दो के अंदर एक मार्केट में वहां के दुकानदार गंदगी फैला रहे हैं। ओएसडी ने दुकानदारों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। साथ ही, जगह-जगह पड़ी गंदगी और सड़क किनारे से मिट्टी को हटाने के लिए ठेकेदार को निर्देश दिए हैं।

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