लीज डीड के नाम पर प्राधिकरण कर्मचारी ऐंठे 10 लाख रूपये, दोबारा 5 लाख की मांग की तो ऐसे हुआ खुलासा

Abhishek Sharma

Galgotias Ad

Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। आए दिन कोई ना कोई भ्रष्टाचार उजागर होता है। वह इसी क्रम में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में एक और भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। जहां एक तरफ योगी सरकार भ्रष्टाचार मिटाने को लेकर गंभीर दिख रही है। वहीं दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगता नहीं दिखाई पड़ रहा है।

प्राधिकरण के उद्योग विभाग में लीज डीड के नाम पर ₹10 लाख की रिश्वत लेने का गंभीर आरोप है। इसके बाद भी काम नहीं हुआ। कर्मचारी द्वारा ₹5 लाख की रिश्वत और मांगने पर आवंटी ने इसकी शिकायत जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और एसीओ से कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी संविदा कर्मी की सेवा समाप्त कर दी गई है।

ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के गांव अमीनाबाद उर्फ मयाना के रहने वाले प्रवीण कुमार का ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक सेक्टर इकोटेक 16 में 450 वर्ग मीटर का भूखंड है। इस भूखंड की लीज डीड अपने पक्ष में कराने के लिए प्रवीण कुमार पिछले 2 वर्षों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चक्कर लगा रहे हैं। उद्योग विभाग के कर्मचारियों ने आवंटी से कहा कि उनकी फाइल गायब हो गई है।

इस पर प्रवीण कुमार ने दूसरी फाइल बनाकर उद्योग विभाग में सहायक के पद पर कार्यरत शशांक नामक कर्मचारी को दे दी। इसके बाद शशांक ने मैनेजर पद पर कार्यरत संविदा कर्मी सर्वेश राय से मिलवाया। आरोप है कि दोनों कर्मचारियों ने लीज डीड के नाम पर ₹10 लाख की मांग की। जो कि आवंटी ने दे दिए। आरोप है कि पैसे लेने के बाद भी मैनेजर सर्वेश राय आवंटी के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्ट्री कराने नहीं गए।

आवंटित प्रवीण कुमार कई दिनों तक प्राधिकरण के चक्कर लगा रहे हैं। आरोप है कि ₹5 लाख  की रिश्वत यह कहते हुए और मांगी गई कि ऊपर अधिकारियों तक पहुंचानी है। ₹5 लाख की रिश्वत और मांगने पर इसकी लिखित शिकायत एसीईओ दीपचंद्र और जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह से की शिकायत किए जाने पर जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने एसीईओ दीपचंद से मुलाकात कर इस मामले में कड़ी जांच करने के आदेश दिए।

Leave A Reply

Your email address will not be published.