कोरोना वायरस के बचाव व रोकथाम, अपनाएं कैलाश अस्पताल की सीसीएमओ डॉ सारिका की सलाह

Abhishek Sharma / Harinder Singh

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कोरोना वायरस तेजी से दुनिया भर में पैर पसार रहा है, जिससे स्थिति भयावह होती जा रही है. इस संक्रमण से बचने के लिए लोग कई तरह के उपाय करे रहे हैं. स पर यकीन करने का कोई कारण नहीं है कि ठंड का मौसम नए कोरोना वायरस या अन्य बीमारियों को मार सकता है। कोरोना से खुद को बचाने के लिए सबसे बेहतर तरीका अल्कोहल युक्त सैनीटाइजर या साबुन और पानी से हाथ को साफ करते रहना है।

कोरोना वायरस को लेकर टेन न्यूज़ ने कैलाश अस्पताल सीसीएमओ डॉ. सारिका चद्र से ख़ास बातचीत की एवं इसके बचाव के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की।

कोरोना वायरस क्या है और यह कैसे फैलता है?

चीन से शुरू हुआ यह वायरस आज के समय में पूरी दुनिया में एक महामारी के तौर पर जाना जा रहा है। कोरोना वायरस अब भारत में भी प्रवेश कर चुका है। तो इसके बारे में सबसे ज्यादा अहम जानकारी यह कि यह एक वायरस है जो कि हवा के जरिए नहीं फैलता बल्कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। अगर लोगों को यह पता चल जाए कि कोरोना वायरस किस प्रकार से फैलता है, तो हम अपने देश में इस वायरस को फैलने से रोक सकते हैं।

 कोरोना वायरस को फैलने से किस तरह रोका जा सकता है?

इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम ने कहीं बाहर यात्रा की है या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं, तो  खुद को हमें बेहद सतर्कता बरतनी पड़ेगी। अगर हम कहीं बाहर से यात्रा करके आए हैं तो खुद से डॉक्टर के पास जाकर 14 दिन की आइसोलेशन प्रक्रिया अपनानी चाहिए।

इस प्रकार के रोगियों को किस प्रकार से पहचाना जा सकता है?

मैं इसी पर अपनी बात को आगे बढ़ाना चाहूंगी कि कुछ कि बाहर से यात्रा करके आने वाले लोग इस बात को छिपा रहे हैं। जबकि अगर ऐसा है तो उन्हें तुरंत यह जानकारी मुख्य जिला चिकित्सक को दें। ताकि उनका उपचार  किया जा सके। अगर आपको लगता है कि आपको कोरोना वायरस के लक्षण हैं तो सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप मास्क लगाएं एवं लोगों के संपर्क में आने से बचे।  वहीं जब मरीज अस्पताल जाए तो डॉक्टर को यात्रा करने वाली बात जरूर बताएं ताकि उसी हिसाब से डॉ उपचार कर सके।  एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते खांसते व छींकते समय मुंह को रुमाल या टिशू पेपर से ढके, दूसरों से कम से कम 2 मीटर की दूरी बनाकर रखें। लोगों से हाथ ना मिलाएं, लगातार हाथ धोते रहें।

बाजार में कई प्रकार की दवाई आई हैं, कौन सी दवाई कोरोना वायरस के प्रति मारक क्षमता रखती है

कोरोना वायरस के लिए अभी तक किसी प्रकार की कोई दवाई अधिकारिक रूप से नहीं आई है।  इसमें सिर्फ संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेशन के माध्यम से ट्रीटमेंट दिया जाता है।

क्या कोरोनावायरस एक हद के बाद रोका जा सकता है?

देखिए, कोरोना वायरस एक किस्म का वायरल इंफेक्शन है, जिसके लक्षण फ्लू के इन्फेक्शन की तरह हैं। हमारे यहां पहले स्वाइन फ्लू आया था, अब वह नॉर्मल हो गया है। उसका इलाज बहुत अच्छे से किया जा सकता है। उसी की तरह कोरोना वायरस से भी बिल्कुल डरने की जरूरत नहीं है। मैं सब से यही अनुरोध करूंगी कि इससे न डरें, अगर हम सब जिम्मेदार नागरिक की तरह रहे और किसी प्रकार की कोई तकलीफ है तो सरकार ने जो नोडल केंद्र बनाए हैं वहां जांच कराएं। डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह को माने। इससे निश्चित ही हमारे समाज में कोरोनावायरस की रोकथाम की जा सकती है। लगभग 140 करोड़ के देश में अभी हम सिर्फ 100 की संख्या पर पहुंचे हैं , तो यह भी हमारे लिए एक अच्छा संकेत है। इस वायरस को स्टेज 3 पर पहुंचने से पहले हम सब मिलकर रोक सकते हैं।

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