चर्चा के जवाब सुनने में इन लोग को परेशानी क ्यों हो रही है।

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रवि शंकर प्रसाद
चर्चा के जवाब सुनने में इन लोग को परेशानी क्यों हो रही है।
प्रधानमंत्री ने सबका सम्मान किया था भारत के पूर्व प्रधानमंत्री का भी सम्मान किह था। लाल किले से।
कांग्रेस के लिखा हुआ दोसरे लोग पड़ते है।
लिखता कोई और है और पड़ता कोई और है।
संस्कृति की परंपरा ही व्यंग्य करना ही है।पार्ट ऑफ़ परलीमेंट्री डेमोक्रेसी है उतनी परेशानी क्यों है।
इसी संसद में कांग्रेस ने तुलना की है काफी कुछ कहा है।प्रधानमंत्री को लेकिन हम कांग्रेस की तुलना नहीं करेंगे।
खून की दलाली जैसे ब्यान दिए है ।इससे ज्यादा क्या कहना है।
कांग्रेस पार्टी अब राजनीतिक दल नहीं रहा है। परिवारवाद की पार्टी है।।।
कुछ सवाल किये है रवि शंकर प्रसाद ने ।
कांग्रेस पार्टी में दो प्रकार के मानक है एक नेता अपने परिवार से आते है। उनकी आलोचना नहीं सुनी जा सकती है। जो फैमली से बिलोंग करते है उनकी आलोचना नहीं सुनी जा सकती ।
कुछ नेता समय के अनुसार आते उनका उपयुग किया जाता है बाद में उनको निकल देते है।
चंद्रशेखर के साथ किया किया चरण सिंह के साथ क्या किया।
लाल बहादुर शास्त्री की स्मृति के साथ क्या किया ।
नरसिम्ह की बॉडी को कांग्रेस दफ्तर में नहीं घुसने दिया गया। जो मनमोहन को फाइनांस मिनिस्टर बनाया था।
किसने रुक ये बात संजय बारू की किताब में है।
राहुल गांधी ने आर्डिनेंस फाड़ दिया क्या माफ़ी मांगी राहुल ने।
हर तत्व में भ्रस्टाचार है।
तरस आता है मनमोहन सिंह पर नरसिम्हाराव का शव नहीं आने दिया गया कांग्रेस कार्यालय में।जब मनमोहन सी प्रधानमंत्री थे।
सीताराम केसरी के साथ क्या किया।
उनको पद से मुक्त कर दिया गया ।लेकिन उन्होंने कभी स्वीकार नहीं किया था।
जो परिवार से है वो देवतुल्य है और जो नहीं है उसको उपयुग के अनुसार रखा जाता है।
अम्बेडर के साथ क्या किया।
इतना समय क्यों लगा भारत रत्न देने में इन नेताओं को ।
सरदार पटेल मौलाना को और नरसिम्हाराव् को
ये मान चुकी है कांग्रेस कि देश चलने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस के पास ही है।

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