दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष को लेकर ऊहापोह की स ्थिति

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पवन शर्मा के नाम पर तैयार नहीं हो रहे हैं केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली

-दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष को लेकर गुटबाजी बेहद चरम पर
-सतीश उपाध्याय को भी सेवा विस्तार देने के मूड में नहीं है पार्टी

-दिल्ली निगम चुनाव में बचे हैं महज कुछ ही महीने, ऐसे में दिल्ली में कार्यकर्ताओं के अंदर भरता जा रहा है निराशा का भाव

-दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष को लेकर बीते 5-6 महीने से है ऊहापोह की स्थिति

अब जिसप्रकार गुटबाजी सामने आई है उससे पार्टी को निगम चुनाव में बड़ा खामियाज़ा भुगतना पड़ सकता है।

विभूति कुमार रस्तोगी, नई दिल्ली

दिल्ली बीजेपी को उसका नया अध्यक्ष कब मिलेगा?, यह एक यक्ष प्रश्न बनता जा रहा है। क्योंकि बीते 5-6 महीने से दिल्ली बीजेपी के नए अध्यक्ष पद को लेकर बहुत ज्यादा ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष पद को लेकर जो नाम प्रमुखता से चर्चा में हैं उनमें सबसे ऊपर पवन शर्मा का नाम है लेकिन दिल्ली के प्रमुख संघ सूत्रों ने जो बताया उससे दिल्ली बीजेपी में गुटबाजी चरम पर होने की बात सामने आ रही है। सूत्रों ने अनुसार सबसे टॉप पर नाम पवन शर्मा है लेकिन केंद्र के ताकतवर मंत्री अरुण जेटली पवन शर्मा को लेकर बिलकुल तैयार नहीं हैं। इसके पीछे कारण जो भी हों लेकिन पार्टी द्वारा अरुण जेटली और पवन शर्मा के बीच तीन बार अकेले बैठक भी करवाई जा चुकी है लेकिन अभी तक अरुण जेटली तैयार नहीं हुए हैं।

आपको बता दूँ कि सतीश उपाध्याय को भी सेवा विस्तार देने के मूड में पार्टी नहीं है। इससे दिल्ली की समस्या और ज्यादा बड़ी होती जा रही है। क्योंकि दिल्ली निगम चुनाव में महज कुछ ही महीने बचें हैं ऐसे में दिल्ली में बीजेपी कार्यकर्ताओं के अंदर निराशा का भाव भरता जा रहा है। दिल्ली नगर निगम का चुनाव बीजेपी के बहुत ज्यादा नाक का सवाल बन गया है क्योंकि जिसप्रकार आप ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को धो दिया था उससे पार्टी उबरना चाहती है। आप से दिल्ली नगम चुनाव में बीजेपी को बहुत बड़ी टक्कर मिलने वाली है। दिल्ली के तीनों नगर निगम का कार्यकाल अप्रैल-मई में खत्म हो रहा है ऐसे में दिसंबर के बाद कभी भी चुनाव की घोषणा हो सकती है। लिहाज़ा बीजेपी के पास महज कुछ ही महीने शेष बचे हैं। बीजेपी के कार्यकर्ताओं का साफ तौर पर कहना है कि पार्टी आलाकमान जिसे भी दिल्ली बीजेपी का अध्यक्ष बनाना चाहे बना सकता लेकिन जल्दी, नहीं तो बहुत देर हो जायेगी।
दरअसल, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष पद के लिए बीते 6 माह से जिनका नाम सुर्ख़ियों में है उनमें पवन शर्मा, सांसद मनोज तिवारी, मौजूदा अध्यक्ष सतीश उपाधयाय, रमेश विधूड़ी, प्रवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता शामिल हैं। लेकिन अगर सतीश उपाध्याय को सेवा विस्तार नहीं दिया गया तो पवन शर्मा और मनोज तिवारी का नाम आगे है। लेकिन अब जिसप्रकार गुटबाजी सामने आई है उससे पार्टी को निगम चुनाव में बड़ा खामियाज़ा भुगतना पड़ सकता है।

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