मुस्लिम राष्ट्रीय मचं द्वारा नई दिल्ली म ें आयोजित मुस्लिम इंटेलेक्चुअल फोरम (Muslim Intellectual F orum) में हुई 5 घंटे की चर्चा के मुख्य बिंदु:-

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कल मुस्लिम राष्ट्रीय मचं द्वारा नई दिल्ली में आयोजित मुस्लिम इंटेलेक्चुअल फोरम (Muslim Intellectual Forum) में हुई 5 घंटे की चर्चा के मुख्य बिंदु:-

• हिंसा(बन्दूक), कट्टरता और दंगे किसी भी समस्या का समाधान नहीं है , सही समाधान बस संवाद और राष्ट्रीयता है।
• अपनी जाति और अपने धर्म का स्वाभिमान होना चाहिए, कट्टर नहीं नेक बनना चाहिए, दूसरों की जाति- धर्म का सम्मान करना चाहिए | यह भारत की समृद्ध परंपरा है और इसे आगे बढ़ाना चाहिए।
• भारत की परंपरा "सर्वे भवन्तु सुखिनः" है , इसीलिए हमे दूसरों के सुख और समृद्धि की कामना करनी चाहिए।
• भारतवर्ष में रहने वाला हर व्यक्ति हिन्दू ही कहा जाएगा , चाहे वह किसी भी धर्म-जाति-क्षेत्र का हो।
• सरकार ऐसी योजना लाये जिसमें सबकी शिक्षा एवं स्वास्थ्य, बेटी की सुरक्षा और गरीबों का उद्धार हो।
• पाकिस्तान को सबक सिखाना और कश्मीरियों को आतंकी न मान कर उनको मुख्यधारा में लाना।
• कश्मीर में जो हिंसा और कट्टरता के रास्ते पर चलते हैं उन्हें अलग-थलग करना ही कश्मीर समस्या का समाधान है।
• ट्रिपल तलाक़ गैर-इस्लामी है, खुदा ने तलाक़ को सबसे बड़ा अपराध माना है।
• गाय की कुर्बानी इस्लाम के हिसाब से जायज़ नहीं हैै। इस्लाम के नबियों के द्वारा बताया गया है कि गाय का दूध सेहत है, घी इलाज है और गोश्त बिमारी है। मुस्लिम को देश में प्रचार करना चाहिए कि गौ-हत्या एक गलत कर्म है और इसीसे ही हिन्दू-मुस्लिम में नफरत और तनाव बढ़ता है।
• हिन्दू मुसलामानों के भाई हैं और संजीदा मुसलमानों को अयोध्या में श्री राम मंदिर को बनवाने में मदद करनी चाहिए।
• हर मुस्लिम को आतंकी मानना और उनपे शक़ करना गलत है।
• आतंकवाद अमानवीय है और इसलिए युवा पीढ़ी को आतंकवाद को छोड़कर शिक्षा और शांति के पथ पर चलना चाहिए।
• अल्पसंख्यकवाद से किसी अल्पसंख्यक का भला नहीं हुआ है और भारत में रहने वाले हर इंसान को बराबर अधिकार मिलें और वह सुरक्षित रहे इसके लिए सरकार को काम करना चाहिए।
• नारियों को उपयुक्त सम्मान मिले इस बात की भी चर्चा की गयी।

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