YOGENDRA YADAV SWARAJ ABHIYAAN WELCOMED UMESH VERMA

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*स्वराज इंडिया*
*प्रेस विज्ञप्ति*
*08 अक्टूबर, 2016*

*स्वराज इंडिया बनेगा झुग्गी-झोपड़ी एवं अनाधिकृत कॉलोनी के लोगों की आवाज*

*- स्वराज इंडिया बनेगा झुग्गी-झोपड़ी एवं अनाधिकृत कॉलोनी के लोगों की आवाज।*
*- दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी और अनाधिकृत कॉलोनियों की बहुत बड़ी आबादी सालों से उपेक्षित।*
*- कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी सब ने झुग्गी-झोपड़ी के लोगों के साथ किया छलावा।*
*- झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों के लिए संघर्ष करने वाले कई प्रतिनिधि आज उमेश वर्मा के नेतृत्व में स्वराज इंडिया से जुड़े।*
*- स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उमेश वर्मा को पीला पटका पहना कर किया स्वागत।*

*दिल्ली |* दिल्ली की एक बड़ी आबादी झुग्गी-झोपड़ी और अनाधिकृत कॉलोनियों में रहती है। साल 2011 की जनगणना के अनुसार कुल 3,68,893 झुग्गी-झोपड़ी हैं जिसमें 17,85,390 लोग रहते हैं। इतनी बड़ी आबादी सालों से उपेक्षित है, आए दिन झुग्गियाँ तोड़ी जाती हैं।

चुनाव से पहले सारी पार्टियाँ बिना सोचे समझे बड़े-बड़े वादे करती हैं, सपने दिखाती हैं लेकिन जीतने के बाद पलट कर नहीं देखतीं। अगर देखती भी हैं तो उनका आशियाना उजाड़ने के लिए, झुग्गी-झोपड़ियों पर बुलडोजर चलवाने के लिए। कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी सभी पार्टियों ने झुग्गी-झोपड़ी के लोगों का सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया और बाद में उनके साथ छलावा किया।

झुग्गी-झोपड़ी के लोगों ने पहले कांग्रेस से उम्मीद रखी लेकिन धोखा ही हाथ लगा। साल 2006 में कांग्रेस ने संसद से एक विधेयक पास कराया कि बगैर पुनर्वास कोई झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी। इसे 31 दिसंबर 2017 तक विस्तार मिला है लेकिन इसके बावजूद बुलडोजर चलता रहता है। भाजपा ने 2013 में नारा दिया कि ‘जहाँ झुग्गी वहीं मकान’ लेकिन चुनाव जीतने के बाद कुछ नहीं किया गया। झुग्गियों में रह रहे लोगों को भाजपा की नीयत पर ही भरोसा नहीं है।

आम आदमी पार्टी के आने के बाद झुग्गी-झोपड़ी के लोग खुल कर पार्टी के समर्थन में आए। पार्टी ने चुनाव पूर्व वादा किया कि सरकार बनने के एक साल के भीतर सभी अनाधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत कर दिया जाएगा। लेकिन आम आदमी पार्टी के सरकार बनने के डेढ़ साल बाद भी इस काम को पूरा करने के लिए एक कदम नहीं उठाया गया। अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि 1 जनवरी 2015 तक बसी झुग्गियों को नहीं तोड़ा जाएगा। जबकि सरकार बनने के बाद उन्होंने कैबिनेट में पास कराया कि 2006 तक बसी झुग्गी बस्ती को नहीं तोड़ा जाएगा। यानि 2006 के बाद बसी झुग्गी को तोड़ा जा सकता है।

आम आदमी पार्टी हर बात में मोहल्ला सभा की बात करती है। लेकिन दिल्ली में जुग्गी-झोपड़ी और जेजे बस्ती हटाने के ड्राफ्ट प्रोटोकॉल में जब यह सुझाव आया कि किसी भी झुग्गी-झोपड़ी को हटाने या पुनर्वास के लिए 80% लोगों की सहमति ली जाए तो दिल्ली सरकार ने DSUIB Act 2010 का सहारा लिया और पूर्व सहमति को स्वीकार नहीं किया। आम आदमी पार्टी ने भी झुग्गी-झोपड़ी के लोगों के साथ छलावा किया।

सभी पार्टियों से निराश होकर झुग्गी-झोपड़ी और अनाधिकृत कॉलनी के लोगों के अधिकार के लिए संघर्ष करने वाले कई प्रतिनिधि आज उमेश वर्मा के नेतृत्व में स्वराज इंडिया से जुड़े। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्हें पीला पटका पहना कर स्वागत किया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि ‘स्वराज इंडिया आम जनता के साथ बैठकर झुग्गी-झोपड़ी और अनाधिकृत कॉलनी के लोगों की समस्याओं को सुनेगा, उनकी आवाज को सशक्त करेगा और इस संघर्ष को ईमानदारी से आगे बढ़ाएगा।’

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